ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की अनुपस्थिति पर जनप्रतिनिधियों ने जताई नाराजगी
चूरू, चूरू पंचायत समिति सभागार में बुधवार को आयोजित होने वाली साधारण सभा की बैठक उस समय विवाद का कारण बन गई जब ब्लॉक स्तरीय अधिकारी बैठक में नहीं पहुंचे।
बैठक में एसडीएम सुनील कुमार सहित पीडब्ल्यूडी, पीएचईडी और डिस्कॉम विभाग के अधिकारी अनुपस्थित रहे, जिससे जनप्रतिनिधियों में नाराजगी फैल गई।
35 मिनट देरी से शुरू हुई बैठक
बैठक दोपहर 1 बजे शुरू होनी थी, लेकिन 1:35 बजे शुरू हुई।
शुरू होते ही सरपंचों ने प्रमुख विभागों के अधिकारियों की अनुपस्थिति पर आपत्ति जताई और प्रधान से शिकायत की।
पेयजल व बिजली मुद्दों पर चर्चा अधूरी
बैठक में गांवों में पेयजल आपूर्ति, लीकेज, बिजली कनेक्शन और आपणी योजना की स्थिति जैसे विषयों पर चर्चा होनी थी।
देपालसर सरपंच एवं सरपंच फोरम अध्यक्ष बलवीर ढाका ने श्योपुरा व देपालसर में कुएं बंद होने और लीकेज की समस्या उठाई।
एसडीएम की अनुपस्थिति पर हंगामा
जब बैठक में एसडीएम उपस्थित नहीं हुए, तो जनप्रतिनिधियों ने हंगामा शुरू कर दिया।
हालांकि तहसीलदार मौके पर पहुंचे, लेकिन प्रतिनिधियों ने कहा कि एसडीएम के बिना ब्लॉक स्तरीय मुद्दों पर चर्चा व्यर्थ है।
तहसीलदार ने बताया कि एसडीएम एसआईआर अभियान में व्यस्त हैं, जिस पर जनप्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि
“जब एसडीएम फ्री हों, उसी दिन सभी 40 सरपंच बैठक में शामिल होंगे।”
इसके बाद सभी जनप्रतिनिधियों ने बैठक का बहिष्कार किया और सभागार से बाहर निकल गए।
विकास योजनाओं पर भी नहीं हुई चर्चा
इस बैठक में सीएम ग्रामीण सड़क योजना, पीडब्ल्यूडी की मरम्मत योजनाएं, महिला व बाल विकास विभाग, कृषि विभाग और चिकित्सा सेवाओं से जुड़े विषयों पर चर्चा होनी थी।
लेकिन अधिकारियों की गैरहाजिरी के कारण ये सभी मुद्दे लंबित रह गए।
जनप्रतिनिधियों की मांग
प्रतिनिधियों का कहना है कि
“जब अधिकारी ही बैठक में मौजूद नहीं हैं, तो ग्रामीण समस्याओं का समाधान कौन करेगा? ऐसी बैठक का कोई औचित्य नहीं है।”
Shekhawati Live निष्कर्ष:
चूरू पंचायत समिति की बैठक प्रशासनिक उदासीनता की भेंट चढ़ गई।
अब उम्मीद है कि अगली बैठक में अधिकारी और जनप्रतिनिधि दोनों समय पर उपस्थित रहकर ग्रामीण विकास से जुड़े अहम मुद्दों पर ठोस चर्चा करेंगे।