सरदारशहर। वन विभाग की सरदारशहर स्थित पौधशाला में इस वर्ष 2.13 लाख पौधे विभिन्न किस्मों में तैयार किए गए हैं। 5 जून से इनका वितरण शुरू कर दिया गया है, और अब तक करीब 5,000 पौधों का वितरण हो चुका है।
कौन-कौन से पौधे उपलब्ध?
वन रेंजर भैरुसिंह राठौड़ और वन रक्षक मंजू स्वामी ने बताया कि नर्सरी में इस बार फलदार और छायादार दोनों तरह के पौधे तैयार किए गए हैं। इनमें मुख्य रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:
- फलदार पौधे: जामुन, पपीता, अमरूद, नींबू, अनार, आंवला, अंगूर बेल
- छायादार पौधे: शीशम, खेजड़ी, नीम, आड़ू, बरकेण, अशोक, कनेर, गुलमोहर
क्या है पौधों की कीमत?
वन रक्षक मंजू स्वामी ने बताया कि पौधों की कीमत ₹6 से ₹76 के बीच तय की गई है, जो पौधों की ऊंचाई और थैली की गुणवत्ता पर निर्भर करती है। विभागीय उपयोग के लिए 12,000 पौधे आरक्षित किए गए हैं।
पानी की कमी बनी चुनौती
वन विभाग के अनुसार, हर वर्ष लगभग 5 लाख पौधों की मांग रहती है। लेकिन जल संकट और नहर बंदी के कारण इतनी बड़ी मात्रा में पौधों का उत्पादन नहीं हो पाता। विभाग का कहना है कि यदि सिंचाई के लिए समय पर पानी मिल जाए, तो 5 लाख से अधिक पौधों का उत्पादन भी संभव है।
स्थानीय सहभागिता का आह्वान
वन विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे पौधारोपण में भाग लें और पर्यावरण को हराभरा बनाने में सहयोग करें। पौधे लेने के लिए आमजन वन विभाग कार्यालय सरदारशहर से संपर्क कर सकते हैं।