चूरू, दीपावली पर्व के अवसर पर अपने गृह जिले लौटे प्रवासी राजस्थानियों ने शनिवार को एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया।
भरतीया रोड स्थित कार्यक्रम स्थल पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रफीक मंडेलिया का साफा और शॉल पहनाकर अभिनंदन किया गया।
रफीक मंडेलिया बोले — “मेल-मिलाप ही राजस्थानी संस्कृति की पहचान”
रफीक मंडेलिया ने अपने संबोधन में कहा कि प्रवासी राजस्थानियों का अपनी धरती से जुड़ाव और सामाजिक सरोकार निभाने की भावना प्रशंसनीय है।
उन्होंने कहा —
“आज के आर्थिक युग में लोग अपनों से दूर होते जा रहे हैं, लेकिन ऐसे में प्रवासियों का एक साथ मिलना और परंपराओं को निभाना हमारी राजस्थानी संस्कृति की सच्ची झलक है।”
मंडेलिया ने प्रवासी समुदाय से समाज में एकता और सहयोग की भावना को जीवित रखने का आह्वान किया।
स्वागत में शामिल रहे कई गणमान्य
कार्यक्रम में हाजी अहमद हुसैन, रफीक चौहान (आईटी सेल), हारून मलनस, रफीक चुरवी, याकुब राजगडिया, महबूब भाटी, सलीम मिस्त्री, अनवर मलनस, सकील चौहान, अकरम मंडावरिया, असलम एमआर, हाजी साबीर हकीमवाला सहित कई लोगों ने मंच से स्वागत किया।
उपस्थित रहे समाजसेवी और स्थानीय नागरिक
इस अवसर पर असलम खोखर, किशोर धांधू, मोहम्मद हुसैन निर्बाण, आदूराम न्यौल, रमजान खान, जमील चौहान, नारायण बालाण, विमल शर्मा, प्यारेलाल दानोदिया, हेमन्त सिहाग, हर्ष लाम्बा, आरिफ खां पिथिसर सहित बड़ी संख्या में प्रवासी और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य
कार्यक्रम का उद्देश्य था — प्रवासी राजस्थानियों को अपने मूल समाज से जोड़ना, आपसी मेल-मिलाप बढ़ाना और राजस्थानी संस्कृति को जीवित रखना।
आयोजकों ने कहा कि भविष्य में भी ऐसे आयोजन कर समाज में भाईचारे का संदेश दिया जाएगा।