वंदे भारत के स्वागत में दिखा भावनात्मक भाषण
चूरू लोकसभा क्षेत्र के सांसद राहुल कस्वा ने गुरुवार को रतनगढ़ रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन के स्वागत समारोह में भावनात्मक अंदाज़ में जनता को संबोधित किया।
“मैं नहीं निकला था…मुझे निकाला गया था”
राहुल कस्वा ने अपने भाषण की शुरुआत इन शब्दों से की:
“मैं निकला नहीं था भाई साहब, मुझे निकाल दिया गया था। आप मुझे यह मत कहना कि मैं निकला था…“
उन्होंने कहा कि भाजपा से निकाले जाने के बाद जनता ने उन्हें संभाल लिया और समर्थन दिया, जिसके लिए वे हृदय से आभारी हैं।
सकारात्मक राजनीति का दावा
कस्वा ने अपनी राजनीति को सकारात्मक सोच पर आधारित बताया और कहा:
“मैंने कभी नकारात्मक राजनीति नहीं की है और न करूंगा।“
उन्होंने कहा कि वे जनहित में पूरी जिम्मेदारी और ईमानदारी से काम करते रहेंगे।
“पार्टी लाइन से ऊपर उठकर करें काम”
अपने भाषण में सांसद ने यह भी कहा:
“हमें चूरू, रतनगढ़ और पूरे लोकसभा क्षेत्र के लिए पार्टी लाइन से ऊपर उठकर एक साथ काम करना चाहिए।“
यह बयान राजनीतिक दलों के पारंपरिक टकराव से अलग जनसेवा केंद्रित सोच को दर्शाता है।
वंदे भारत आगमन का अवसर बना मंच
वंदे भारत ट्रेन के आगमन पर आयोजित यह समारोह एक ओर जहां रेल विकास की तस्वीर प्रस्तुत कर रहा था, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक भावनाओं का मंच भी बन गया।