600 से ज्यादा CCTV खंगालकर पुलिस ने डकैती की अनट्रेस वारदात सुलझाई
बैरासर छोटा डकैती कांड का सफल खुलासा
चूरू जिले के सादुलपुर (राजगढ़) क्षेत्र में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए गांव बैरासर छोटा में हुई डकैती की अनट्रेस वारदात का खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है।
18 अक्टूबर की रात हुई थी डकैती
थानाधिकारी राजेश सिहाग ने बताया कि 18 अक्टूबर 2025 की रात गांव बैरासर छोटा में डकैती की सूचना पुलिस थाना राजगढ़ को मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घटना की पुष्टि की गई।
रातों-रात टीमें गठित, जिलेभर में नाकाबंदी
घटना की गंभीरता को देखते हुए उसी रात अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की गईं और जिलेभर में नाकाबंदी करवाई गई।
अगले दिन 19 अक्टूबर 2025 को परिवादी ताराचंद की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया। जांच उपनिरीक्षक सुरेश कुमार को सौंपी गई।
आईजी और एसपी ने किया घटनास्थल निरीक्षण
डकैती और मारपीट की इस वारदात से इलाके में दहशत फैल गई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी बीकानेर रेंज हेमंत शर्मा (IPS) और एसपी चूरू जय यादव (IPS) ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और शीघ्र खुलासे के निर्देश दिए।
600–700 CCTV कैमरों की जांच
पुलिस टीमों ने आसपास के क्षेत्रों में लगे 600 से 700 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। जांच में एक संदिग्ध बोलेरो गाड़ी नजर आई, जिसका पीछा करते हुए पुलिस झुंझुनूं जिले के बबाई थाना क्षेत्र तक पहुंची।
पहाड़ी-जंगल क्षेत्र में भी नहीं हारी पुलिस
बबाई क्षेत्र के पहाड़ी और जंगल इलाके में जांच चुनौतीपूर्ण हो गई, लेकिन पुलिस ने डेरा डालकर, वेश बदलकर और स्थानीय स्तर पर सूचनाएं एकत्र कीं।
इस दौरान चूरू साइबर सेल की मदद से तकनीकी साक्ष्य जुटाए गए।
झुंझुनूं से आरोपी गिरफ्तार
लगातार प्रयासों के बाद पुलिस ने
विक्रम गुर्जर पुत्र रामसिंह,
निवासी माधोगढ़, थाना बबाई, जिला झुंझुनूं
को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में बड़े खुलासे
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर—
- 18 नवंबर 2025 को गांव बैरासर गुमाना में डकैती
- उसी रात थाना हमीरवास क्षेत्र के गांव ठेमाऊ में चोरी
- पिछले महीने मोहनगढ़ (जैसलमेर) में एटीएम तोड़ने की वारदात
को अंजाम दिया था।
अन्य वारदातों की जांच जारी
फिलहाल पुलिस आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इससे अन्य जिलों में हुई चोरी और डकैती की घटनाओं के भी अहम सुराग मिल सकते हैं।