रतनगढ़, ग्राम नौसरिया स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय में रविवार को एक सार्थक व प्रेरणादायी कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें भामाशाह बैद परिवार द्वारा विद्यालय में दो नव निर्मित कक्षा-कक्ष, बरामदा व शौचालय ब्लॉक का लोकार्पण किया गया।
यह योगदान स्व. इंदिरा देवी बैद की पुण्य स्मृति में उनके सुपुत्र भामाशाह बुधमल बैद व जोधराज बैद द्वारा दिया गया।
समारोह का शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन से हुई।
संत सीताराम महाराज के सान्निध्य में हुए इस कार्यक्रम में शिलालेख अनावरण व फीता काटकर भवन का विधिवत लोकार्पण किया गया।
मुख्य अतिथियों में शामिल रहे:
- भामाशाह बुधमल बैद
- भामाशाह जोधराज बैद
- समाजसेवी राजीव बैद व सिद्धार्थ बैद
- शिक्षाधिकारी कुलदीप व्यास
- प्रधानाचार्य मुरारीलाल शर्मा
- संत सीताराम महाराज
भामाशाह योगदान और सम्मान
विद्यालय परिवार व ग्रामवासियों ने भामाशाहों का माल्यार्पण, शॉल, साफा व अभिनंदन पत्र से सम्मान किया।
भामाशाह बुधमल बैद ने कहा:
“हमने जो संस्कार माँ से सीखे, उन्हें समाज के लिए उपयोगी कार्यों में लगाना हमारा कर्तव्य है।”
संत सीताराम महाराज ने कहा:
“भामाशाहों का योगदान शिक्षण संस्थाओं को सुदृढ़ करने में अनुकरणीय है।”
शिक्षा के लिए आगे भी सहयोग
भामाशाहों ने आगे इंटरेक्टिव बोर्ड लगाने और कक्षा-कक्षों में फ़र्नीचर उपलब्ध करवाने की भी घोषणा की।
इस अवसर पर शिक्षक पंकज पीपलवा ने बैद परिवार का आभार जताया और कार्यक्रम का संचालन शिक्षक राकेश नायक ने किया।
उपस्थिति
कार्यक्रम में अनेक स्थानीय जन उपस्थित रहे, जिनमें:
- समाजसेवी भीमाराम हुड्डा
- प्रभुदयाल राजपुरोहित
- मोहन लाल भुढ़ाढ़रा
- कुंभाराम पुरोहित
- भेरू राजपुरोहित
- शंकरलाल भाम्भू
- दिनेश नाई
- अरुण राजपुरोहित
- और विद्यालय स्टाफ, विद्यार्थी, ग्रामवासी शामिल रहे।