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Churu News: सांसद राहुल कस्वां की केन्द्रीय शिक्षा मंत्री से मुलाकात

MP Rahul Kaswan meets education minister for school infrastructure

सुजानगढ़ में केन्द्रीय विद्यालय की मांग, स्कूल कमरों के लिए फंड

दिल्ली में शिक्षा मंत्री से मुलाकात

दिल्ली। चूरू सांसद राहुल कस्वां ने केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मुलाकात कर चूरू संसदीय क्षेत्र में शैक्षिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने को लेकर महत्वपूर्ण मांगें रखीं।

सुजानगढ़ में केन्द्रीय विद्यालय की मांग

सांसद कस्वां ने बताया कि सुजानगढ़ तहसील मुख्यालय, चूरू जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित है।
विषम भौगोलिक परिस्थितियों और लंबी दूरी को देखते हुए सुजानगढ़ ब्लॉक में केन्द्रीय विद्यालय की स्वीकृति लंबे समय से स्थानीय नागरिकों की प्रमुख मांग रही है।

उन्होंने कहा कि केन्द्रीय विद्यालय खुलने से क्षेत्र के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का सीधा लाभ मिलेगा।

स्कूलों में नए निर्माण की आवश्यकता

सांसद ने शिक्षा मंत्री के समक्ष विद्यालयों में नए इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण का विस्तृत प्रस्ताव रखा। उन्होंने बताया कि संसदीय क्षेत्र के कई स्कूलों में सुविधाओं की कमी के कारण शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं।

प्रस्तावित विकास कार्य

राहुल कस्वां ने निम्न प्रमुख मांगें रखीं—

  • 1900 से अधिक नए कक्षा-कक्षों का निर्माण
  • 150 से अधिक आईसीटी लैब की स्थापना
  • प्रत्येक ब्लॉक में 5 आधुनिक लाइब्रेरी
  • 300 से अधिक शौचालयों का निर्माण

6000 जर्जर कमरों की मरम्मत का मुद्दा

सांसद ने शिक्षा मंत्री को अवगत कराया कि चूरू संसदीय क्षेत्र के स्कूलों में लगभग 6000 ऐसे कमरे हैं, जिनकी तत्काल मरम्मत आवश्यक है।
मरम्मत के अभाव में इन कमरों में दुर्घटना का खतरा बना रहता है

उन्होंने बताया कि अभी तक न तो राज्य सरकार और न ही केन्द्र सरकार की ओर से मरम्मत के लिए पर्याप्त बजट जारी किया गया है, जिससे यह कार्य वर्षों से लंबित है।

झालावाड़ हादसे का किया उल्लेख

राहुल कस्वां ने झालावाड़ में हाल ही में हुए स्कूली कमरों के गिरने की घटना का हवाला देते हुए कहा कि भविष्य में ऐसी किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्राथमिकता के आधार पर फंड जारी किया जाना आवश्यक है।

उन्होंने शिक्षा मंत्री से आग्रह किया कि छात्रों की सुरक्षा और सुचारु शैक्षणिक संचालन को ध्यान में रखते हुए शीघ्र निर्णय लिया जाए।