रतनगढ़ स्थित संचियालाल बैद आदर्श विद्या मंदिर में राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की उपशाखा द्वारा महिला संवर्ग संगोष्ठी आयोजित की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन के साथ हुई।
अतिथियों का सम्मान और विचार-विमर्श
संगोष्ठी में जिला संगठन मंत्री अन्नम भारद्वाज, पूर्व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पुष्पा वर्मा, और मुख्य वक्ता विशाखा इंदोरिया मंचासीन रहीं।
अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
संगठन और महिला भूमिका पर विशेष चर्चा
अपने संबोधन में जिला संगठन मंत्री अन्नम भारद्वाज ने संगठन की महत्ता, कर्तव्य बोध और शिक्षा क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला।
पूर्व सीबीओ पुष्पा वर्मा व अंजू शर्मा ने वर्तमान समय में महिलाओं के योगदान और चुनौतियों पर अपने विचार व्यक्त किए।
रानी अब्बक्का के संघर्ष से प्रेरणा
मुख्य वक्ता विशाखा इन्दोरिया ने स्वतंत्रता सेनानी रानी अब्बक्का के जीवन संघर्ष और वीरता की गाथा बताते हुए शिक्षिकाओं को प्रेरित किया।
उन्हाेंने कहा कि महिलाओं में नेतृत्व, साहस और दृढ़ इच्छाशक्ति की कमी नहीं है।
कार्यक्रम का संचालन और उपस्थित शिक्षिकाएं
संगोष्ठी का संचालन जिला महिला शिक्षक प्रतिनिधि अंजू चौहान ने किया।
इस अवसर पर उर्मिला शर्मा, रमा खैरवाल, सरोज नोहाल, अनुपमा, सुधा शर्मा, मीनाक्षी, सरला वैष्णव, सरोज महला, वंदना पोद्दार सहित बड़ी संख्या में महिला शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।