कार्यस्थलों से अनुपस्थित इंटर्नों का भत्ता रोके जाने की प्रक्रिया शुरू
चूरू,कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत राजगढ़ ब्लॉक में इंटर्नशिप कर रहे बेरोजगार युवाओं का औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण का नेतृत्व रोजगार सहायक निदेशक वर्षा जानू ने किया।
निरीक्षण में सामने आई लापरवाही
निरीक्षण के दौरान अधिकांश इंटर्न अपने कार्यस्थलों से अनुपस्थित पाए गए।
शहीद शमशेर सिंह राउमावि रतनपुरा, राउप्रावि नं.1 और राउप्रावि नं.9 में आवंटित सभी 31 आशार्थी अनुपस्थित मिले।
रोजगार सहायक निदेशक ने इसे “योजना की भावना और अनुशासन के विपरीत” बताया।
उन्होंने बताया कि अनुपस्थित इंटर्नों के इंटर्नशिप प्रपत्रों की जांच शुरू कर दी गई है और भत्ता रोके जाने की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है।
विद्यालयों व स्वास्थ्य केंद्रों का भौतिक सत्यापन
निरीक्षण के दौरान संबंधित विद्यालयों और उप स्वास्थ्य केंद्र, रतनपुरा का भी भौतिक सत्यापन किया गया।
एक विद्यालय में इंटर्नशिप रजिस्टर तक उपलब्ध नहीं पाया गया, जिस पर संबंधित संस्था से स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है।
अनुपस्थिति पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी
वर्षा जानू ने सभी इंटर्नों को निर्देश दिए कि वे नियमित उपस्थिति दर्ज करें और कार्य अभिलेख पूर्ण रूप से संधारित रखें।
उन्होंने कहा,
“भविष्य में जो भी इंटर्न अनुपस्थित या लापरवाह पाया जाएगा, उसकी इंटर्नशिप निरस्त कर दी जाएगी और भत्ता स्थायी रूप से रोक दिया जाएगा।”
नियमित निरीक्षण की व्यवस्था
रोजगार सहायक निदेशक ने बताया कि भविष्य में ऐसी लापरवाही रोकने के लिए नियमित निरीक्षण किए जाएंगे।
साथ ही उन्होंने सभी संस्थाप्रधानों और कार्यालयाध्यक्षों को अभिलेख सही रूप में रखने के निर्देश दिए।
रिश्वतखोरी पर सख्त चेतावनी
उन्होंने इंटर्नों से अपील की कि बेरोजगारी भत्ते से जुड़े किसी भी कार्य के लिए यदि कोई ई-मित्र, कार्मिक या अन्य व्यक्ति रिश्वत की मांग करता है,
तो तुरंत कार्यालय को सूचित करें, ताकि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा सके।