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7 साल की उम्र में खो दी अपना हाथ, बुलंद हौसलों से बनी असिस्टेंट मैनेजर, मुंह में पेन रखकर चलाती है कीबोर्ड, पढ़े सोनल की कहानी

Success Story: कहते हैं अगर हौसला बुलंद हो तो कोई भी मंजिल हासिल किया जा सकता है। आज हम आपको मध्य प्रदेश के सागर जिले की रहने वाली सोनल जैन की कहानी बताएंगे जिसने मात्र 7 साल की उम्र में अपना हाथ को दिया लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। सोनल वर्तमान में कोटा राजस्थान के ग्रामीण बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर काम करती है।

7 साल की उम्र में सोनम खेलते खेलते अचानक 11 केवी हाई टेंशन लाइन के चपेट में आ गई। उनको करंट का जोरदार झटका लगा और उनका शरीर झुलस गया। करंट का झटका लगता ही उनका एक हाथ खराब हो गया और दूसरा पंजा भी करंट के चपेट में आ गया लेकिन जैसे तैसे इलाज करा कर दूसरे हाथ का पंजा जुड़ गया। लेकिन सोनम ने इस हादसे में अपना एक हाथ खो दिया। डॉक्टर के प्रयास के बाद 12 साल में सोनम ठीक हो गई।

सोनम में कुछ कर दिखाने का जुनून था इसलिए उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी। प्रारंभिक शिक्षा सागर से करने के बाद उन्होंने इंदौर से एमबीए की पढ़ाई की और गवर्नमेंट जॉब की परीक्षा देना शुरू किया। उन्होंने साल 2014 में बैंक सेवा परीक्षा पास कर ली और उनकी पहली पोस्टिंग बांसवाड़ा जिले में हुई।

ऐसे काम करती है सोनल

सोनल बैंक में कंप्यूटर पर दूसरे कमी को के जैसे ही काम करती है लेकिन वह हाथ से काम नहीं करती बल्कि एक हाथ से माउस चलती है और मुंह में पेन रखकर कीबोर्ड का बटन दबाती है। उसे धीरे-धीरे काम करने की आदत हो गई है।

सोनम का कहना है कि वह आज जो कुछ भी है उसके पीछे उनके परिवार वाले हैं। उनकी मां किरण जैन उन्हें हमेशा आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती थी। सोनल की शादी हो चुकी है उनका ढाई साल का एक बेटा भी है। सोनम का कहना है कि परिवार की वजह से ही वह इतना कामयाब हो पाई है।