Success Story: अक्सर आपने सुना होगा कि इंसान दिल से चाहे तो कोई भी सपना पूरा कर सकता है। कहीं ऐसे बच्चे हैं जो मुश्किलों से टूट जाते हैं और अपना सपना बीच में अधूरा छोड़ देते हैं लेकिन कुछ ऐसे बच्चे भी हैं जो मुश्किलों से लड़ते हुए अपनी सफलता की नई कहानी लिखते हैं।
आज हम आपको यूपी के स्वीटी उपाध्याय की कहानी बताएंगे जिन्होंने 9 घंटे की ड्यूटी के साथ रात को पढ़ाई की और कड़ी मेहनत कर अस्सिटेंट कमिश्नर बन गई।
संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित होने वाले सिविल परीक्षा के जैसे ही उप राज्य प्रशासनिक सेवा परीक्षा भी देश के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। हर साल यूपीपीसीएस की परीक्षा करोड़ की संख्या में अभ्यर्थी देते हैं लेकिन इसमें से कुछ अभ्यर्थियों का ही सिलेक्शन होता है।
करोड़ों का पैकेज छोड़ स्वीटी ने चुना सिविल सर्विस की राह

स्वीटी उपाध्याय का जन्म उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ और वह बचपन से ही पढ़ने में बेहद तेज थी। वह पढ़ाई में अव्वल होने के साथ मॉडलिंग और डांसिंग में भी काफी आगे थी उन्होंने एमबीए किया और हैदराबाद की एक कंपनी में अच्छी नौकरी मिल गई।
माता-पिता दोनों है वकील

स्वीटी उपाध्याय के माता-पिता दोनों वकील है। उनका परिवार पढ़ा लिखा और शिक्षित है। एमबीए करने के बाद उन्हें अच्छी नौकरी मिल गई लेकिन उनका सपना कुछ और बड़ा करने का था इसलिए उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की। दिन में 9 घंटे ड्यूटी के बाद रात को पढ़ाई करती थी हालांकि बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी।
2019 में स्वीटी उपाध्याय को मिली सफलता
शायद 2019 में आयोजित उत्तर प्रदेश पीसीएस परीक्षा में सिटी उपाध्याय को 55वीं रैंक हासिल हुई और उनका चयन असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर हुआ। पढ़ाई के साथ-साथ स्वीटी को डांसिंग और मॉडलिंग का शौक है और कई बार वह रैंप वॉक में जलवा बिखेर चुकी है।