UPSC Success Story: कई ऐसे लोग हैं जो सोचते हैं की उम्र बढ़ने के बाद सफलता नहीं पाई जा सकती है। आज हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बताएंगे जो साबित करती है की उम्र महज एक नंबर है। इंसान अगर ठान ले तो वह कभी भी अपनी सफलता की नई कहानी लिख सकता है।
हम आपको निशा उन्नीराजन की कहानी बताएंगे। निसा ने 40 साल की उम्र में यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास कर दिखाया। साल 2024 में उन्हें सातवें प्रयास में सफलता मिली। निसा के लिए यूपीएससी पास करना इतना आसान नहीं था।
35 की उम्र में शुरू की तैयारी
निशा ने यूपीएससी की तैयारी 35 साल की उम्र में शुरू की। इस उम्र में कुछ लोग नौकरी कर रहे होते हैं या कुछ लोग नौकरी छोड़ दिए होते हैं लेकिन निशा ने इस उम्र में तैयारी शुरू की। उनकी दो बेटियां नंदन और थानवी ह जिनका पालन पोषण करते हुए उन्होंने तैयारी शुरू की। निशा के इस संघर्ष में उनके माता-पिता और पति ने पूरा साथ दिया।
फेलियर के आगे नहीं मानी हार
निशा को कई बार असफलता का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। निशा ने बताया कि हर बार हारने के बाद उन्हें कुछ नया सीखने को मिलता था। उन्होंने बेहतर रणनीति के साथ तैयारी की। निशा को सफलता यूपीएससी के डिसएबल कैटेगरी में हासिल हुई है। निशा ने साबित कर दिया कि अगर इंसान सोच ले तो कुछ भी मुश्किल नहीं है।