Posted inJhunjhunu News (झुंझुनू समाचार)

सत्ता- संगठन के शिखर से लेकर जनता तक क्या सेतु बनेंगे शेखावाटी के नए भाजपा पदाधिकारी

Four BJP leaders from Shekhawati appointed to key Rajasthan posts

दाधिच, बगड़ी, गुप्ता और दशरथ सिंह पर संगठन ने सौंपी बड़ी भूमिकाएं

“अंधा बाटे रेवड़ी फिर-फिर अपनों को देय”……. क्या टूटेगी परिपाटी ?

झुंझुनू/सीकर, भारतीय जनता पार्टी ने अपनी नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है जिसमें शेखावाटी को फिर से मजबूत भागीदारी मिली है। शेखावाटी के सीकर, चूरू, झुंझुनू जिलों के संदर्भ में बात करें तो मुकेश दाधिच को एक बार फिर से उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है इसी प्रकार सीकर जिले से श्रवण बगड़ी को महामंत्री और चुरू जिले के पंकज गुप्ता को कोषाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें एक नाम और झुंझुनू जिले से दशरथ सिंह का शामिल है जिनको प्रवक्ता बनाया गया है। इनको बीकानेर का पार्टी ने प्रभारी बनाया था जिसके चलते त्रुटिवश लिस्ट में इनके नाम के सामने बीकानेर लिखा हुआ होने की जानकारी सामने आई है। इस प्रकार से कह सकते हैं कि यह चार बड़े नाम है जो भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में जिम्मेदारी संभालेंगे। इसमें मुकेश दाधिच लम्बे समय से संगठन में अपनी जगह और पकड़ बनाए हुए है। वही पिछली कार्यकारिणी में भी श्रवण बगड़ी के पास महामंत्री का जिमेदारी थी। भाजपा प्रदेश टीम में बगड़ी प्रदेश मंत्री व प्रदेश उपाध्यक्ष भी रह चुके है। वही पंकज गुप्ता चौथी बार भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष बने है। वही झुंझुनू जिले के पूर्व में जिला अध्यक्ष रह चुके दशरथ सिंह को पार्टी ने प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी है।

भारतीय जनता पार्टी केंद्र और प्रदेश में सत्तासीन है। प्रदेश संगठन में शेखावाटी से चार नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है निश्चित रूप से शेखावाटी क्षेत्र का संगठन के लिहाज से इसमें ख्याल रखा गया है लेकिन इन चारों नेताओं के ऊपर कहीं ना कहीं संगठन ने विश्वास ही नहीं जताया बल्कि एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी सौंपी है क्योंकि शेखावाटी का क्षेत्र कांग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता है और पिछले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा की कोई ज्यादा अच्छी परफॉर्मेंस चुनाव में देखने को नहीं मिली। ऐसी स्थिति में चारों नेताओं धरातल पर संगठन को मजबूती प्रदान करने और आगामी निकाय, विधानसभा या लोकसभा जो भी चुनाव हो उनमें पार्टी का उत्कृष्ट प्रदर्शन हो यह भी जिम्मेदारी उनके ऊपर रहेगी।

किसी भी राजनीतिक पार्टी के संगठन में पद प्राप्त करना बड़ी बात नहीं होता बल्कि उस पद पर बने रहते हुए जनता से जुड़ाव और अपने क्षेत्र के साथ जुड़ाव और आम जनता में अपनी पार्टी के प्रति विश्वास को मजबूत करना होता है। यह तभी संभव है जब पार्टी पदाधिकारी महज अपनी पहुंच सरकार तक ही सीमित नहीं रखकर आम जनता तक भी बनाए रखेंगे। किसी भी राजनीतिक नेता के लिए पार्टी के संगठन में पद प्राप्त करना और जनप्रतिनिधि के रूप में चुनकर जाना दोनों अलग अलग विषय है। हालांकि संगठन को हम यहां पर पीछे नहीं छोड़ रहे हैं कहीं ना कहीं संगठन के लोग ही हैं जो जनप्रतिनिधि को जीत की दहलीज पर पहुंचाते हैं लेकिन इन संगठन के प्रतिनिधियों का क्षेत्र की जनता के साथ कैसा आपसी जुड़ाव है यह संगठन की मजबूती और भविष्य के चुनाव को जरूर प्रभावित करता है। लिहाजा इन चारों ही पदाधिकारियों से शेखावाटी की जनता अपेक्षा करेगी की इनकी पहुंच सत्ता के शिखर तक है और रहेगी भी लेकिन यह पहुंच वही तक सिमट कर न रह जाए। बल्कि सत्ता और जनता के बीच ये एक सेतु का भी कार्य करें तभी संगठन की सार्थकता और सत्ता पक्ष पार्टी के पक्ष में चुनाव में परिणाम देखने को मिलेंगे।

“अंधा बाटे रेवड़ी फिर-फिर अपनों को देय” लोकोक्ति तो आपने सुनी होगी। अपने नजदीकी लोगों तक ही इन पदाधिकारियों का सरोकार सीमित नहीं होगा ऐसी भी शेखावाटी की जनता और पार्टी दोनों ही अपेक्षा करेंगे क्योंकि चंद मुट्ठी भर लोग लोकतंत्र में आपको जीत नहीं दिलवा सकते बल्कि अंतिम छोर पर बैठे हुए आम जन तक जब तक आप अपनी पहुंच नहीं बनाएंगे तब तक पार्टी के लिए प्रदेश में दोबारा से सत्ता की दहलीज को चूमना मुमकिन साबित नहीं होगा।

झुंझुनू में “शेखावत बनाम शेखावत”

भारतीय जनता पार्टी ने नई कार्यकारिणी में दशरथ सिंह शेखावत को प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी है वहीं झुंझुनू से ही झुंझुनू के पूर्व विधायक रहे डॉक्टर मूल सिंह शेखावत के पुत्र और जाने पहचाने सामाजिक कार्यकर्ता यशवर्धन सिंह शेखावत को कांग्रेस ने पहले से ही अपना प्रदेश प्रवक्ता नियुक्त कर रखा है। इस प्रकार से दोनों ही प्रमुख पार्टियों के प्रदेश प्रवक्ता झुंझुनू से होंगे और वह भी दोनों ही शेखावत। इन दोनों ही चेहरों में बहुत कुछ समानताएं भी हैं झुंझुनू जिले से दोनों का ही पूरा जुड़ाव भी है दोनों ही नेता सुशिक्षित, अच्छे वक्ता और सरल स्वभाव के भी हैं। दशरथ सिंह शेखावत पार्टी में पहले भी काम कर चुके हैं लेकिन अब जिम्मेदारी उनके पास प्रदेश प्रवक्ता की होगी और एक शालीन और तार्किक प्रवक्ता के रूप में दशरथ सिंह का चुनाव कहीं ना कहीं भाजपा ने बड़ा सटीक किया है। यशवर्धन सिंह शेखावत ने एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करके कांग्रेस पार्टी में प्रदेश प्रवक्ता के रूप में अपनी पहचान बनाई है और जब वे प्रवक्ता के रूप में बोलते हैं तो बड़े ‘इत्मीनान’ से लोग उनका सुनना भी पसंद करते हैं। लिहाजा अब दोनों बड़ी पार्टियों के इन प्रदेश प्रवक्ताओं की जब कभी आमने-सामने डिबेट देखने को मिलेगी तो मामला काफी रोचक होने की संभावना है।

आगे का रास्ता

शेखावाटी की राजनीति में यह नियुक्ति निश्चित रूप से बड़ा संदेश है।
अब इन चारों नेताओं से पूरे क्षेत्र को यह उम्मीद है कि ये न केवल संगठन को मजबूत करेंगे, बल्कि जनता की समस्याओं और अपेक्षाओं को भी सरकार तक पहुँचाएंगे।