Indian railway news: राजस्थान में रेल हादसो पर लगाम लगाने के लिए रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। अब कोहरे की वजह से ट्रेन एक्सीडेंट नहीं होगा इसके लिए रेलवे ट्रैक पर कवच लगाएगा। इसके लिए रेलवे बोर्ड के द्वारा उत्तर पश्चिम रेलवे जोन को मंजूरी भी दे दी गई है। ट्रेन एक्सीडेंट रोकने के लिए टक्कर विरोधी प्रणाली कवच लगाया जा रहा है।
उत्तर पश्चिम रेलवे जोन में 5561 किलोमीटर मार्ग पर इस प्रणाली को लगाने की मंजूरी भी दी गई है। इस रूट पर 2300 करोड रुपए भी खर्च किए जाएंगे। सामने जानकारी के अनुसार बीकानेर में 1775 किलोमीटर रेलवे ट्रैक पर अत्याधुनिक कवच 4.0 प्रणाली विकसित की जाएगी और इसके लिए 800 करोड रुपए खर्च होंगे।
इस रूट पर स्टेशन कवच टावर ऑप्टिकल फाइबर केबल के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके साथ ही अजमेर जयपुर और जोधपुर मंडल में शेष बचे रेल मार्ग पर इस प्रणाली को भी स्थापित करने का काम किया जा रहा है।
क्यों है कवच प्रणाली की जरूरत?
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि कवच एक स्वदेशी ट्रेन सुरक्षा प्रणाली है जिसे 2015 में विकसित किया गया था। 3 साल से अधिक के तैयारी के बाद इसे तैयार किया गया है।
कवच लगाने का काम शुरू हो चुका है।बोर्ड ने इसके लिए मंजूरी दे दी है।बीकानेर के साथ-साथ दूसरे मंडल में भी काम किया जा रहा है। रेवाड़ी जयपुर अजमेर, जयपुर रिंगस समेत कई रुटों पर इस सिस्टम को लगाया जा रहा है। कवच प्रणाली लागू होने से रेल यात्रा सुरक्षित हो जाएगा और रेल हादसों में भी कमी आएगी।