Jodhpur Sister Donates Kidney : भाई बहन का रिश्ता दुनिया का सबसे पवित्र रिश्ता माना जाता है। जोधपुर जिले के मंडियाई खुर्द गांव में एक बहन ने जो निर्णय लिया वह समाज के लिए उदाहरण बन गया है।
इस गांव में रहने वाले 32 साल के एडवोकेट भागीरथ सियोल की दोनों किडनी खराब हो गई थी जिसकी वजह से उनके जीवन पर संकट छाया हुआ था। जब यह बात उनकी 45 साल की बहन तुलछा देवी को पता चली तब उसने बिना कुछ सोचे समझे अपने भाई को किडनी देने का फैसला किया।
बुधवार के दिन एम्स में बहन की किडनी उसके भाई को लगाई गई और भाई को नई जिंदगी मिली। साल 2019 में भागीरथ सियोल पुत्र धनाराम सियोल को हार्ट अटैक आ गया था। परिवार को उम्मीद थी कि उनका बेटा जल्द ठीक हो जाएगा लेकिन बाद में पता चला कि उनकी दोनों किडनी खराब है।
मई 2025 में उनकी तबीयत काफी ज्यादा बिगड़ने लगी जिसके बाद उनके परिवार की चिंता भी बढ़ने लगी। भाइयों भरत, श्याम और भागीरथ और तीन बहनों वाले परिवार पर यह खबर भारी पड़ी।
तुलछी देवी पत्नी हरिराम धतरवाल (एडवोकेट), मूल निवासी मांडियाई खुर्द और ससुराल खेतासर की मुखनाणी ढाणी, वर्तमान में सारण नगर जोधपुर में रहती हैं।
उनकी बहन तुलछी देवी को जब यह बात पता चली तो उन्होंने तुरंत अपना किडनी देने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि उनके शरीर के किसी अंग से उनके भाई की सांस चलती रहेगी तो यह उनके लिए सौभाग्य की बात है।
वहीं माता मोहनी देवी, भाई भरत और श्याम, बहनें भंवरी व गुड्डी सहित सभी परिवारजन अस्पताल में मौजूद हैं। बीजारिया बावड़ी (तिवरी) स्थित ससुराल पक्ष के सदस्यों सहित गांव और क्षेत्र के कई लोग भी अस्पताल पहुंचकर परिवार का हौसला बढ़ा रहे हैं।