Rajasthan News: झुंझुनू जिले के पिथूसर कस्बे के एक सरकारी स्कूल के छात्र ने आत्महत्या विरोधी पंखा बनाया है। यह उपकरण एक निश्चित वजन का पता चलने पर अलार्म बजाकर पंखा के नीचे आत्महत्या करने के प्रयासों को रोकेगा। इस मॉडल को जिला स्तरीय विज्ञान मेले में उभरती प्रौद्योगिकी श्रेणी में प्रथम स्थान मिला है और अब इसे राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में भी प्रदर्शित किया जाएगा।
कैसे काम करेगा यह पंखा
इस पंखे पर जैसे ही वजन बढ़ेगा इसमें लगे डिवाइस से छात्रावास अधीक्षक या संस्था प्रधान के कमरे में अलार्म बजने लगेगा। इसे सुनते ही जिम्मेदार व्यक्ति अलर्ट हो जाएगा और उस कमरे में पहुंचकर व्यक्ति की जान बचाएगा।
पंखे को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि जैसे ही तय वजन से 10 किलो ज्यादा बोझ इसपर लटकाया जाएगा पंखे में लगी एक विशेष रॉड लगभग 2 फिट बढ़ जाएगी जिससे पंखा पूरा नीचे जमीन के तरफ आ जाएगा। इससे आत्महत्या का प्रयास करने वाले व्यक्ति का पैर जमीन से लग जाएगा और गर्दन पर भर नहीं पड़ने से उसकी जान बच जाएगी।
राजस्थान में बढ़ रहा है सुसाइड
एक रिकॉर्ड के अनुसार राजस्थान में रोजाना 15 लोग सुसाइड कर लेते हैं और 5 साल में 27000 से अधिक लोगों ने सुसाइड से अपनी जान गवाई है। सुसाइड करने वाले लोगों में ज्यादातर 18 से 30 साल के बीच के युवा हैं जिसमें ज्यादातर पुरुष शामिल है। एक्सपर्ट्स की माने तो इससे लोगों को काफी राहत मिलेगी और सुसाइड की घटना कम हो जाएगी।