राजकॉप ऐप ने महिलाओं की सुरक्षा में बढ़ाई त्वरित पुलिस पहुंच
जयपुर/चूरू, राजस्थान सरकार ने महिलाओं को सुरक्षित और भयमुक्त वातावरण देने के लिए राजकॉप सिटिजन ऐप को अत्याधुनिक तकनीक के साथ विकसित किया है। यह ऐप अब महिलाओं की इमरजेंसी सहायता का सबसे तेज और भरोसेमंद माध्यम बन चुका है।
एक क्लिक पर तुरंत पुलिस मदद
राजकॉप सिटिजन ऐप पर मौजूद ‘नीड हेल्प’ बटन दबाते ही महिला की लोकेशन सीधे कंट्रोल रूम तक पहुंच जाती है।
1090 कंट्रोल रूम की टीम तुरंत कॉल या मैसेज कर स्थिति की जानकारी लेती है और नजदीकी पुलिस यूनिट को मौके पर भेजती है।
एक अधिकारी ने बताया—
“महिला को फोन करने की भी जरूरत नहीं पड़ती, एक क्लिक पर पुलिस सीधे पहुंच जाती है।”
कालिका पेट्रोलिंग यूनिट से छेड़छाड़ के मामलों में कमी
राजस्थान में सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने 500 कालिका पेट्रोलिंग यूनिट तैनात की हैं।
इसके चलते छेड़छाड़ व उत्पीड़न जैसे मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है।
इन यूनिट्स का फोकस—
- पब्लिक प्लेस पर गश्त
- महिलाओं को ऑन-ग्राउंड सहायता
- संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत एक्शन
महिला सुरक्षा के लिए कई स्तरों पर काम
राज्य में महिलाओं के लिए कई सुरक्षा तंत्र सक्रिय हैं—
- महिला हेल्पलाइन 181
- हर जिले में एंटी-रोमियो स्क्वॉड
- 1,024 पुलिस थानों में महिला डेस्क
- रानी लक्ष्मीबाई सेल्फ-डिफेंस ट्रेनिंग
- लाडली सुरक्षा योजना के तहत CCTV इंस्टॉलेशन
इन सभी प्रयासों ने महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाया है।
अब तक 29,700 से अधिक पीड़िताओं को मिली मदद
राजकॉप ऐप के माध्यम से अब तक
29,742 मामलों में सहायता मांगी गई,
जिनमें से
29,737 प्रकरणों का निस्तारण किया जा चुका है।
यह दर्शाता है कि ऐप न केवल तेजी से काम करता है बल्कि शिकायतों को प्राथमिकता के साथ निपटाता भी है।
तकनीक से बदल रही है महिला सुरक्षा की तस्वीर
राजकॉप ऐप यह साबित करता है कि टेक्नोलॉजी और पुलिस मॉनिटरिंग मिलकर महिलाओं की सुरक्षा को नए आयाम दे सकती है।
महिलाएं अब बिना किसी झिझक के ऐप का उपयोग कर रही हैं और इससे अपराधों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।