Rajasthan Road News: राजस्थान से मध्य प्रदेश का सफर अब आसान होने वाला है। 60 करोड़ की लागत से रावतभाटा-गांधीसागर सड़क का निर्माण कार्य अगले महीने से शुरू होने वाला है। पिछले कई साल से वन विभाग की आपत्ति की वजह से यह परियोजना रुकी हुई थी।
विधायक सुरेश धाकड़ ने जानकारी दिया कि जो भी विकास कार्य लंबे समय से अटका है उसे जल्द शुरू कराना हमारी प्राथमिकता है। रावतभाटा गांधी सागर सड़क इसका उदाहरण है। इस सड़क के बनने से कोटा और गांधी सागर के बीच की दूरी कम हो जाएगी और रावतभाटा और मध्य प्रदेश के लोगों को सफर में काफी आसानी होगी।
रावतभाटा से गांधी सागर जाने के लिए रामगंज मंडी होकर काफी लंबा चक्कर लगाना पड़ता है क्योंकि अभी जो सड़क है उसकी स्थिति काफी खराब है। 50 सालों से यहां की सड़क उखड़ी पड़ी है और वन विभाग की आपत्ति की वजह से यहां सड़क नहीं बन पा रहा था।
रावतभाटा गांधी सागर सड़क की लंबाई टोटल 50 किलोमीटर है जिसमें 11 किलोमीटर हिस्सा मध्य प्रदेश के सीमा में आता है। यहां कई पुलिया का निर्माण भी किया जाएगा।
वन विभाग की आपत्ति से अटका हुआ था काम
सार्वजनिक निर्माण विभाग में वन विभाग में 7 करोड रुपए जमा कराकर इसकी NOC ले ली है। आपको बता दे कि यह सड़क 1960 में बनी थी लेकिन सार्वजनिक निर्माण विभाग के नाम रेवेन्यू रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया गया था, यही वजह है कि वन विभाग ने सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के नाम पर आपत्ति दर्ज कराई थी।
वन विभाग के द्वारा इसके लिए 5955800 की डिमांड की गई थी। सार्वजनिक निर्माण विभाग के द्वारा इसके लिए रुपए वन विभाग को 7 अक्टूबर को जमा कर दी गई थी। वन विभाग ने अब सड़क निर्माण की मंजूरी दे दी है।
पर्यटन का होगा विस्तार
इस सड़क के बनने से मध्य प्रदेश के साथ ही राजस्थान में भी पर्यटन का विस्तार होगा। पर्यटकों की आवाजाही से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। यह सड़क मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा।