सीकर, राजीविका सीकर की स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाएं अब रेगिस्तानी आक (आंकड़ा) के फलों से आमदनी अर्जित कर लखपति बन सकेंगी। इसके लिए मंगलवार को महिलाओं को कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) के सहयोग से प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
25 रुपये प्रति किलो में होगी खरीद
प्रशिक्षण में बताया गया कि आक के पौधे के फल से रेशा निकाल कर महंगे ऊनी वस्त्र तैयार किए जाते हैं। यह फल SHG महिलाएं 25 रुपये प्रति किलो की दर से CCI को बेच सकेंगी।
क्लस्टर स्तर पर होगी संग्रहण व्यवस्था
जिला परियोजना प्रबंधक अर्चना मौर्य ने जानकारी दी कि यह काम क्लस्टर स्तर पर किया जाएगा। SHG महिलाएं फल इकट्ठा करेंगी और इसे संस्था के माध्यम से CCI को उचित दाम पर बेचा जाएगा।
महिलाओं की आमदनी में होगा इजाफा
राजीविका की यह पहल महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है। इससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और उन्हें स्थायी आय का साधन मिलेगा।
प्रशिक्षण में ये रहे उपस्थित
इस मौके पर जिला प्रबंधक अनुराग स्वामी, CCI के जूनियर कमर्शियल एक्जीक्यूटिव संदीप कुमार, कृषि सखियां व स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं।