सीकर। शहर में बढ़ती आवारा कुत्तों की संख्या और रेबीज़ संक्रमण की आशंका को देखते हुए नगर परिषद सीकर एवं BSWS एनजीओ द्वारा एनिमल बर्थ कंट्रोल (ABC) कार्यक्रम तेज़ी से संचालित किया जा रहा है।
अभियान का लक्ष्य वैज्ञानिक, मानवीय और स्थायी समाधान के माध्यम से शहर को अधिक सुरक्षित बनाना है।
प्रतिदिन वार्डों से पकड़े जा रहे कुत्ते
नगर परिषद की विशेष टीम शहर के विभिन्न वार्डों में अभियान चलाकर आवारा कुत्तों को सुरक्षित तरीके से पकड़कर ABC सेंटर पहुंचा रही है।
यहाँ निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार सभी चरण पूरे किए जा रहे हैं।
ABC केंद्र पर होने वाली प्रमुख प्रक्रियाएँ
- स्टेरिलाइज़ेशन (बधियाकरण)
- एंटी-रेबीज़ टीकाकरण
- 3–5 दिन तक रिकवरी व देखभाल
सभी प्रक्रियाएँ अनुभवी पशु चिकित्सकों, प्रशिक्षित पैरामेडिकल टीम और डॉग हैंडलर्स की देखरेख में की जा रही हैं।
स्वस्थ होने के बाद हर कुत्ते को उसी क्षेत्र में वापस छोड़ा जा रहा है, जहाँ से उसे पकड़ा गया था।
कानूनी दिशानिर्देशों का पालन
पूरी कार्यवाही नगरपालिका अधिनियम, पशु कल्याण बोर्ड (भारत) और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुरूप सुनिश्चित की जा रही है।
नागरिकों से सहयोग की अपील
ABC टीम के कार्य के दौरान भीड़ न लगाने, हस्तक्षेप न करने और कुत्तों को पकड़ने–छोड़ने की प्रक्रिया में बाधा न डालने की अपील की गई है।
यह अभियान जन-सुरक्षा, स्वच्छता और रेबीज़ नियंत्रण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अब तक की प्रगति—137 कुत्तों का बधियाकरण
नगर परिषद और BSWS की संयुक्त टीम के अनुसार:
- 147 कुत्ते पकड़े गए
- 10 कुत्ते चिकित्सकीय कारणों से अनुपयुक्त पाए गए
- 137 कुत्तों का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया
नगर परिषद का उद्देश्य सुरक्षित शहर, स्वस्थ नागरिक और जिम्मेदार पशु प्रबंधन को सुनिश्चित करना है।