अजीतगढ़/विमल इंदौरिया। समीपवर्ती ग्राम पंचायत आसपुरा स्थित रामदास महाराज धूणी धाम पर चल रहा 108 कुण्डीय नव-दिवसीय महायज्ञ सोमवार को पूर्णाहुति के साथ सम्पन्न हुआ। महायज्ञ में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर आस्था व्यक्त की।
9 दिन में 51 लाख आहुतियां
यज्ञाचार्य चिरंजीव शास्त्री ने बताया कि 9 दिनों के दौरान कुल 51 लाख आहुतियां प्रदान की गईं।
108 कुण्डों पर 251 यजमान बैठे और वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच यज्ञ संपन्न हुआ।
🕉 संतों के सानिध्य में पूर्णाहुति
सोमवार दोपहर 12:15 बजे पूर्णाहुति कार्यक्रम हुआ। इस दौरान
- विधायक एवं संत बालमुकुंदाचार्य महाराज,
- त्रिवेणी धाम के रामरिछपाल दास,
- टोडा के बलदेव दास,
- सीताराम दास, चंद्रमा दास,
- अरनिया के हरिदास महाराज,
- किशन दास, कालिदास महाराज
सहित कई संत मौजूद रहे।
“यज्ञ मनुष्य के अंतःकरण पर देवत्व की छाप छोड़ता है” – विधायक
विधायक व संत बालमुकुंदाचार्य महाराज ने कहा—
“जहां यज्ञ होते हैं वह भूमि तीर्थ स्वरूप हो जाती है। यज्ञ की ऊष्मा मनुष्य के अंतःकरण पर देवत्व की छाप डालती है और समाज में सुसंस्कारों का विस्तार करती है।”
50 हजार से अधिक लोगों ने ग्रहण की प्रसादी
पूर्णाहुति के बाद 50,000+ श्रद्धालुओं ने भंडारे में भोजन प्रसादी ग्रहण की।
- भंडारे हेतु 5 अतिरिक्त पांडाल लगाए गए।
- चार स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था रही।
- अजीतगढ़ थानाधिकारी विजय सिंह के नेतृत्व में 20 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहे।
- भंडारे की सेवा प्रताप सिंह दिवराला व 200 स्वयंसेवकों ने संभाली।
आसपुरा धूणी धाम पर पहली बार इतना बड़ा आयोजन
ग्रामीणों ने बताया कि धूणी धाम की स्थापना लगभग 237 वर्ष पहले हुई थी।
यह पहला अवसर है जब इस पवित्र स्थल पर इतना विशाल महायज्ञ आयोजन हुआ।
9 दिनों के दौरान लाखों श्रद्धालु पहुंचे, झूले, खरीदारी और आध्यात्मिक वातावरण ने पूरे क्षेत्र को उत्सव में बदल दिया।