राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विज्ञान भवन में किया सम्मानित
सीकर, फतेहपुर शेखावाटी क्षेत्र के जेठवा के बास निवासी बजरंग लाल जेठू को जल संरक्षण में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सम्मानित किया।
उन्हें छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 में व्यक्तिगत श्रेणी (पश्चिम क्षेत्र) से एकमात्र विजेता चुना गया है।
जल संरक्षण में 30 वर्षों से सक्रिय योगदान
जेठू पिछले 1993 से जल संरक्षण के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने स्कूलों, गांवों और वर्षा-जल बहाव क्षेत्रों में कई प्रभावी पहलें कीं:
- मानसून में अतिरिक्त वर्षा जल का भू–जल रिचार्ज में उपयोग
- गांवों में पुनर्भरण कुओं की मरम्मत
- काजरी जल–तृप्ति गमले एवं सौर संघनन पात्र जैसे नवाचार
- जल प्रबंधन जागरूकता के लिए 20+ कार्यशालाएं और सेमिनार
- स्कूलों में निबंध प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी व जागरूकता अभियान
जल पर साहित्य व फिल्म निर्माण में भी योगदान
बजरंग लाल जेठू ने जल संरक्षण पर 6 किताबें लिखीं, जिनमें शामिल हैं:
- हमारी जल संस्कृति के विलुप्त होते अध्याय
- जल एवं वायु के पर्यावरणीय संकट
- हमारी जल परम्पराएं
इसके अलावा उन्होंने जल संरक्षण पर 15 से अधिक लेख विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित करवाए।
वे जल संरक्षण पर 9 लघु एवं फीचर फिल्मों के लेखक और निर्देशक भी रहे हैं। इनमें शामिल हैं:
- सौर संघनन पात्र
- सुनो पानी बोलता है
- पानी बचाओ वृक्ष बचाओ
- बंदा पानी बचाले
इनमें से कई फिल्मों को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा वाटर हीरोज अवॉर्ड भी मिल चुका है।
इंडिया वाटर वीक 2024 में शोध पत्र प्रस्तुति
जेठू ने नई दिल्ली में आयोजित इंडिया वाटर वीक 2024 में तालाबों पर शोध-पत्र भी प्रस्तुत किया।
छात्रों के लिए उन्होंने क्विज बॉक्स भी तैयार किया, ताकि युवा पीढ़ी जल संरक्षण को समझ सके।
जेठू का संकल्प
बजरंग लाल जेठू ने कहा—
“जल ही जीवन है। मेरा प्रयास है कि हर व्यक्ति पानी के प्रति जागरूक बने और परंपरागत जल संस्कृति को पुनर्जीवित किया जाए।”