सीकर, महात्मा ज्योतिबा फुले शिक्षण संस्थान में ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला उन्मूलन दिवस’ के समापन अवसर पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जागरूकता व्याख्यान आयोजित किया गया।
दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत नीलम कुमारी (महिला अधिकारिता विभाग, केंद्र प्रबंधक),
कृष्णा सोनी (एडवोकेट)
और संस्थान सचिव डॉ. ओपी सैनी ने मां शारदे की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर की।
इसके बाद मुख्य वक्ताओं को सम्मान स्वरूप दुपट्टा और प्रतीक चिह्न भेंट किए गए।
योजनाओं पर विस्तृत जानकारी, सवाल-जवाब से बढ़ी रुचि
मुख्य वक्ता नीलम कुमारी ने महिला अधिकारिता विभाग से जुड़ी प्रमुख फ्लैगशिप योजनाओं—
- बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ,
- लाडो प्रोत्साहन योजना
—की जानकारी छात्राओं व स्टाफ को दी।
उन्होंने कार्यक्रम को और रोचक बनाने के लिए छात्राओं से सवाल-जवाब किए और उदाहरणों के साथ योजनाओं का महत्व समझाया।
डिजिटल दुर्व्यवहार पर जागरूकता बेहद जरूरी: सचिव
संस्थान सचिव डॉ. ओपी सैनी ने कहा कि आज के समय में डिजिटल दुर्व्यवहार को समझना अत्यंत जरूरी है।
उन्होंने बताया—
“डिजिटल उपकरणों का उपयोग कर महिलाओं का पीछा करना, परेशान करना या शोषण करना डिजिटल दुर्व्यवहार है। इससे बचाव के लिए जागरूकता आवश्यक है।”
उन्होंने यह भी कहा कि महिला अधिकारिता विभाग द्वारा 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक महिलाओं की सुरक्षा व जागरूकता के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए, जो सराहनीय पहल है।
पीजी कॉलेज और टीटी कॉलेज की छात्राएं रहीं उपस्थित
कार्यक्रम में सावित्रीबाई फुले पीजी महिला महाविद्यालय और
सावित्रीबाई फुले शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय का पूरा स्टाफ और सभी छात्राएं उपस्थित रहीं।
छात्राओं ने कार्यक्रम को ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बताया।