भामाशाह आरपी पंसारी का लोसल में नागरिक अभिनंदन, जीवनी पुस्तक का विमोचन
लोसल (सीकर), कस्बे के गौरव और कोलकाता प्रवासी भामाशाह राजेंद्र प्रसाद पंसारी का शेखावाटी एजुकेशन ग्रुप के ऑडिटोरियम में भव्य नागरिक अभिनंदन समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर उनकी जीवनी पर आधारित पुस्तक का भी विमोचन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता शेखावाटी एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन बी.एल. रणवां ने की, जबकि संचालन लोक सम्मान समिति और स्थानीय सामाजिक संगठनों के सहयोग से किया गया।
भरत शर्मा द्वारा लिखित जीवनी पुस्तक का विमोचन
इस दौरान लेखक भरत शर्मा द्वारा भामाशाह आरपी पंसारी के जीवन संघर्ष, सामाजिक योगदान और प्रेरणादायक व्यक्तित्व पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन किया गया। पुस्तक में उनके संघर्षों से लेकर समाज सेवा की प्रेरक यात्रा को विस्तार से दर्शाया गया है।
देश की जानी-मानी हस्तियों ने की उपस्थिति
कार्यक्रम में देशभर से नामचीन उद्योगपति, समाजसेवी और अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख थे:
- रूपा कंपनी के मालिक कुंजबिहारी अग्रवाल
- उद्योगपति शिवकुमार मालपाणी, मधुसूदन डालमिया, सुंदर पंसारी
- आदित्य बिरला ग्रुप के CFO अरुण गर्ग
- केएस झाझड़, कांता प्रसाद मोर, अनिल पोद्दार, अरुण भुवालका आदि
सभी अतिथियों का माला, साफा एवं स्मृति चिन्ह से सम्मान किया गया। स्वागत पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि इस्माइल नागौरी, पूर्व पालिकाध्यक्ष गोविंदराम बिजारणिया और चेयरमैन बी.एल. रणवां द्वारा किया गया।
“जन्मभूमि से जुड़ाव ही सच्चा सम्मान” — अतिथि वक्ता
कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि भामाशाह पंसारी, कोलकाता में रहते हुए भी अपनी जन्मभूमि लोसल से जुड़ाव बनाए रखते हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष से जो भी अर्जित किया, उसका उपयोग जनसेवा में कर एक उदाहरण स्थापित किया है।
आरपी पंसारी का संबोधन: “लोसल की माटी मेरी प्रेरणा रही”
अपने उद्बोधन में पंसारी ने कहा:
“मैंने प्रारंभिक शिक्षा लोसल से ली, नवलगढ़ से यूनिवर्सिटी टॉप कर गोल्ड मेडलिस्ट बना, फिर राज्यपाल से सम्मान पाया। कोलकाता में संघर्ष के बाद अब यह सौभाग्य मिला कि अपनी जन्मभूमि के लिए कुछ कर सकूं। मेरा सपना है कि लोसल के युवा शिक्षा, चिकित्सा और स्किल में देश में नाम कमाएं।”