सीकर, शहर कोतवाल सुनील जांगीड़ के निर्देशन में कोतवाली थाना टीम ने पुरानी तहसील स्थित एएफसी चिकन रेस्टोरेंट पर छापा मारा और दो नाबालिग बच्चों को बाल श्रम से मुक्त कराया।
दोनों बच्चे दिन-रात काम करने को मजबूर
टीम ने देखा कि दोनों बच्चे सुबह 9 बजे से रात 11 बजे तक काम कर रहे थे, जो एक दर्दनाक स्थिति थी।
मेडिकल जांच और कल्याण समिति में प्रस्तुत
मुश्किल से बचाए गए इन मासूम बच्चों का तुरंत मेडिकल परीक्षण कराया गया। उन्हें बाल कल्याण समिति सदस्य बिहारीलाल बालान के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां उनकी सुनवाई हुई।
पुनर्वास और शिक्षा का प्रबंध
बाल कल्याण समिति ने इस बात की व्यवस्था की कि बच्चों को परमार्थ सेवा संस्थान में अस्थायी आश्रय मिले जहां उनकी सुरक्षा और देखभाल हो सके। उनकी काउंसलिंग और शिक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी।
कठोर कानूनी कार्रवाई
एएफसी चिकन रेस्टोरेंट के खिलाफ बाल श्रम निषेध अधिनियम, जेजे एक्ट समेत अन्य प्रावधानों के तहत कड़ी कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन ने साफ किया है कि सीकर में बाल श्रम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बाल कल्याण समिति की अपील
बिहारीलाल बालान ने कहा, “बाल श्रम बच्चों के बचपन की सबसे बड़ी चोरी है। समाज के हर व्यक्ति को ऐसे मामलों की सूचना प्रशासन को देनी चाहिए ताकि मासूमों का बचपन सुरक्षित रहे।”