Posted inSikar News (सीकर समाचार)

सीकर: कोचिंग संस्थानों पर निगरानी समिति की सख्ती

Sikar Collector reviews coaching institute rules in monitoring meeting

विद्यार्थियों की सुरक्षा, काउंसलिंग और अनुशासन को लेकर दिए सख्त निर्देश

सीकर, जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को जिला स्तरीय कोचिंग संस्थान निगरानी समिति की बैठक जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। इस बैठक में कोचिंग संस्थानों के संचालन, विद्यार्थियों की मानसिक सुरक्षा, सुविधाएं और नियमों की पालना को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए।


विद्यार्थियों की काउंसलिंग है जरूरी

कलेक्टर शर्मा ने कहा कि कोचिंग संस्थानों को होनहार और कमजोर विद्यार्थियों दोनों के मनोविज्ञान को समझकर काम करना होगा। सद्धव्यवहार से छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। उन्होंने नियमित काउंसलिंग पर ज़ोर दिया।


कोचिंग संस्थानों के लिए प्रमुख निर्देश

अतिरिक्त जिला कलेक्टर रतन कुमार ने कहा कि सभी कोचिंग संस्थान:

  • सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के दिशा-निर्देशों की पालना करें।
  • मेडिकल क्लिनिक, शिकायत-सुझाव पेटिका की सुविधा अनिवार्य रूप से दें।
  • असेसमेंट टेस्ट के परिणाम सार्वजनिक रूप से न दिखाएं।
  • 5 घंटे से अधिक की पढ़ाई ना कराएं।
  • काउंसलर की नियुक्ति अनिवार्य हो।
  • हेल्पलाइन और टेलीमानस नंबर प्रमुख स्थानों पर चस्पा करें।

सुरक्षा और बुनियादी ढांचे से जुड़े निर्देश

  • कोचिंग संस्थानों के आस-पास खतरनाक गड्ढों को ढकें
  • ड्रेनेज सिस्टम को सुधारा जाए।
  • बेसमेंट में कक्षाएं पूरी तरह से प्रतिबंधित रहें।
  • 16 वर्ष से कम आयु के बच्चों को प्रवेश न दिया जाए।
  • बालवाहनों की सुरक्षा जांच की जाए।

नशा मुक्ति और जन अभियानों में सहयोग

  • 18 जून को नशा मुक्ति सेमिनार और शपथ कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए।
  • योग दिवस, वंदे गंगाजल अभियान, हरियालों राजस्थान जैसे आयोजनों में विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी हो।
  • हरियालों राजस्थान के तहत 21 लाख पौधारोपण लक्ष्य में कोचिंग संस्थान भी भाग लें।

यातायात और सुरक्षा व्यवस्था

छुट्टी के समय पुलिस मित्रों के सहयोग से पुलिस प्रशासन, होमगार्ड्स की तैनाती करवाई जाए ताकि यातायात व्यवस्था बाधित न हो


बैठक में रहे ये अधिकारी मौजूद

इस बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर भावना शर्मा, आवप्ति अधिकारी अनीता धतरवाल, सदर थाना अधिकारी मनोज भाटीवाड़, सीएमएचओ डॉ. अशोक महरिया, एडीपीसी राकेश लाटा, जिला साक्षरता अधिकारी चंद्रप्रकाश महर्षि, मनोचिकित्सक विभागाध्यक्ष रामचंद्र लाम्बा, संयुक्त निदेशक डीओआईटी सत्यनारायण चौहान सहित शहर के प्रमुख कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।