सीकर, बरसात के मौसम में जर्जर भवनों से जनहानि के खतरे को देखते हुए सीकर नगर परिषद ने त्वरित और सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।
शीतला का बास में जर्जर हवेली पर तात्कालिक कार्रवाई
वार्ड नंबर 30 स्थित शीतला का बास, दर्जियों की गली में एक पुरानी हवेली की हालत बेहद खराब पाई गई।
प्रारंभिक निरीक्षण में यह भवन कभी भी गिरने की स्थिति में पाया गया, जिससे आसपास के निवासियों को जान-माल का सीधा खतरा था।
विशेष टीम गठित, अतिसंवेदनशील हिस्सा तुड़वाया गया
अतिक्रमण प्रभारी प्रमोद कुमार सोनी की अध्यक्षता में एक विशेष टीम गठित की गई जिसमें
नरेंद्र नट, प्रवीन चौधरी, नीतू कुमावत, लक्ष्मण लढ़ड़, लोकेश गोठवाल, नंदू सिंह और संबंधित ज़ोन इंचार्ज शामिल थे।
टीम ने मौके पर पहुंचकर अत्यधिक क्षतिग्रस्त हिस्से को तुड़वा दिया।
कार्रवाई के दौरान मकान मालिक से भी संपर्क किया गया। उन्होंने 3–4 दिन का समय मांगा ताकि वह स्वयं भवन तुड़वा सकें।
नगर परिषद ने 15 हवेलियों को दिए नोटिस
नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा ने बताया कि
“15 जर्जर भवनों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। जिनकी हालत खराब है लेकिन उन्हें नोटिस नहीं मिला,
वे स्वयं अपने स्तर पर सुरक्षा की दृष्टि से कार्रवाई करें।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि
चाहे भवन निजी हो या सरकारी, यदि वह जर्जर अवस्था में है तो प्रशासन जनहित में कार्रवाई करेगा।
अन्य क्षेत्रों में भी सतत निरीक्षण
नगर परिषद की टीमें चिन्हित क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण कर रही हैं।
सुरक्षा और विकास लक्ष्यों की पूर्ति के लिए चरणबद्ध कार्रवाई जारी है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों से सहयोग की अपील की है कि वे
संभावित खतरों से दूर रहें और नगर परिषद की कार्रवाई में बाधा न डालें।