सीकर में जनहित अपील: बिना परामर्श दवा लेना हो सकता है जानलेवा
सीकर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ अशोक महरिया ने आमजन से बिना चिकित्सक के परामर्श के किसी भी प्रकार की दवा का सेवन न करने की सख्त अपील की है।
यह चेतावनी हाल ही में 29 सितंबर को खोरी ब्राह्मणान गांव के एक बच्चे की मौत के बाद सामने आई है। बच्चे की मृत्यु के मामले में यह स्पष्ट किया गया है कि उसे सीकर जिले के किसी भी सरकारी अस्पताल के चिकित्सक ने डेक्सट्रोमेथार्फन सिरप नहीं दी थी।
“परिजन की दवा हो सकती है” – CMHO
डॉ महरिया ने बताया:
“यह संभव है कि किसी बीमार परिजन को यह दवा दी गई हो और बच्चे को गलती से पिला दी गई हो। लेकिन हमारे रिकॉर्ड में किसी सरकारी चिकित्सक ने यह दवा बच्चे के लिए नहीं लिखी है।“
क्यों खतरनाक है बिना परामर्श दवा लेना?
- बच्चों में सिरप की अधिक मात्रा या गलत दवा का सेवन गंभीर परिणाम दे सकता है।
- डेक्सट्रोमेथार्फन एक खांसी की दवा है, लेकिन निर्दिष्ट मात्रा से अधिक लेने पर यह साइड इफेक्ट्स और जानलेवा असर डाल सकती है।
- डॉक्टर द्वारा जांच के बिना दवा देना अवैज्ञानिक और असुरक्षित है।
आमजन के लिए अपील
CMHO ने दोहराया कि:
“कोई भी व्यक्ति OTC (ओवर द काउंटर) दवाओं का उपयोग खुद से न करें। विशेष रूप से बच्चों को दवा देने से पहले चिकित्सकीय सलाह अवश्य लें।“