सीकर, जिला कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने की। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली और सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए।
फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा में सीकर को पांचवां स्थान
जिला कलेक्टर ने जानकारी दी कि आयोजना विभाग द्वारा जारी समग्र रैंकिंग में सीकर जिले ने प्रदेश में पांचवां स्थान प्राप्त किया है।
यह रैंकिंग राज्य की 22 प्रमुख योजनाओं के औसत प्रदर्शन के आधार पर दी गई है।
सीकर का औसत रैंकिंग स्कोर 14.86 रहा।
किन योजनाओं में सुधार की जरूरत?
कलेक्टर ने उन योजनाओं की सूची भी साझा की, जिनमें सीकर की रैंकिंग अपेक्षाकृत कम रही है:
- कुसुम योजना
- लाडो प्रोत्साहन योजना
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना
- प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन
- कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान
- प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी)
इन योजनाओं को प्राथमिकता में लेकर सुधार की कार्ययोजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए।
कलेक्टर ने क्या कहा?
“हमारा लक्ष्य टॉप-3 जिलों में आना है। जिन योजनाओं में सीकर पीछे है, वहां तुरंत सुधार कर प्रदर्शन को बेहतर बनाया जाए,”
— मुकुल शर्मा, जिला कलेक्टर, सीकर
बैठक में कौन-कौन रहे मौजूद?
बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे:
- जिला परिषद सीईओ राजपाल यादव
- अधीक्षण अभियंता जेपी यादव एवं अरुण जोशी
- सीपीओ अरविंद सामोर
- जीएम डीआईसी विकास सिहाग
- सहायक निदेशक अनु शर्मा
सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी भी शामिल हुए।