सीकर, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के मार्गदर्शन में राज्य सरकार वंचित वर्गों को योजनाओं से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसी क्रम में चलाए जा रहे खाद्य सुरक्षा गिव अप अभियान को सीकर जिले में बड़ी सफलता मिली है।
2 लाख से अधिक लोगों ने छोड़ा लाभ
जिला रसद अधिकारी विजेंद्र पाल ने बताया कि
“1 नवंबर 2024 से शुरू गिव अप अभियान में सीकर जिले के 2,00,993 व्यक्तियों ने स्वेच्छा से खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ छोड़ा है।”
पूरे राजस्थान में अब तक 48.87 लाख लोग स्वेच्छा से योजना से बाहर हुए हैं।
कौन लोग हैं खाद्य सुरक्षा से अपात्र?
खाद्य विभाग द्वारा तय मापदंडों के अनुसार:
- परिवार में आयकर दाता
- सरकारी/अर्द्धसरकारी/स्वायत्तशासी संस्थान में कर्मचारी
- 1 लाख रुपये से अधिक वार्षिक आय
- चार पहिया वाहन का स्वामित्व (ट्रैक्टर जैसे आजीविका वाहन छोड़कर)
ऐसे परिवार निष्कासन सूची में शामिल किए गए हैं।
886 अपात्रों को नोटिस, होगी वसूली
गिव अप अभियान के दौरान सीकर जिले में 886 अपात्र व्यक्तियों को नोटिस जारी किए गए हैं। इनसे रिकवरी (वसूली) की कार्रवाई की जाएगी।
उचित मूल्य दुकानों पर रोजाना निरीक्षण
अब प्रत्येक उचित मूल्य दुकान पर खाद्य विभाग के प्रवर्तन अधिकारी और निरीक्षक नियमित रूप से औचक निरीक्षण करेंगे।
- अपात्र लोगों की सूची तैयार होगी
- दुकानदारों के सहयोग से सत्यापन
- नोटिस व वसूली की कार्रवाई
वाहन डाटा से होगी नई पहचान
खाद्य विभाग जल्द ही परिवहन विभाग से चार पहिया वाहन स्वामियों का डाटा जुटाएगा। इसके आधार पर खाद्य सुरक्षा में शामिल अपात्र लोगों को चिन्हित कर नोटिस जारी किए जाएंगे।
पात्रों को मिलेगा सीधा लाभ
इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी राशन केवल वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुंचे और अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को उसका हक मिले।
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