गिव अप अभियान में अपात्रों पर वसूली और नोटिस की कार्यवाही तेज
सीकर जिले में गिव अप अभियान का असर
सीकर, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे गिव अप अभियान का बड़ा असर सामने आया है। जिले में अब तक 1,40,550 व्यक्तियों ने स्वेच्छा से खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ छोड़ दिया है।
प्रदेशभर में 29.90 लाख लोगों ने छोड़ा लाभ
राजस्थान में 1 नवम्बर 2024 से शुरू इस अभियान के तहत 29 लाख 90 हजार 719 व्यक्तियों ने योजना से अलग होने का फैसला लिया। सरकार का कहना है कि इसका उद्देश्य वंचित वर्गों को योजनाओं से जोड़ना और मुख्यधारा में लाना है।
अपात्र लोगों पर सख्ती
जिला रसद अधिकारी सीकर विजेंद्र पाल ने बताया कि अभियान के दौरान जिले में 626 अपात्र व्यक्तियों की पहचान की गई है, जिन्हें नोटिस जारी कर वसूली की कार्यवाही की जाएगी।
नियमित निरीक्षण और कार्रवाई
अब प्रवर्तन अधिकारी और निरीक्षक रोजाना उचित मूल्य दुकानों पर औचक निरीक्षण करेंगे।
- अपात्र व्यक्तियों की सूची तैयार होगी।
- दुकानदारों के सहयोग से वसूली व नोटिस की प्रक्रिया चलेगी।
- परिवहन विभाग से चार पहिया वाहन स्वामियों का डाटा भी जुटाया जाएगा।
निर्धारित मापदण्ड
सरकार ने स्पष्ट किया है कि जिन परिवारों में –
- कोई सदस्य आयकर दाता है,
- सरकारी, अर्द्धसरकारी या स्वायत्तशासी संस्था में कार्यरत है,
- वार्षिक आय एक लाख रुपये से अधिक है,
- या परिवार में चार पहिया वाहन है (जीविकोपार्जन हेतु उपयोग किए ट्रैक्टर को छोड़कर),
वे खाद्य सुरक्षा योजना के लाभार्थी नहीं रहेंगे।
अधिकारी का बयान
जिला रसद अधिकारी विजेंद्र पाल ने कहा –
“सरकार की प्राथमिकता है कि योजना का लाभ सिर्फ उन तक पहुंचे जिन्हें वास्तव में जरूरत है। अपात्र लोगों से वसूली की जाएगी और वंचित परिवारों को योजना से जोड़ा जाएगा।”