फतेहपुर (सीकर)। शुक्रवार को फतेहपुर कस्बे में मंडावा मार्ग पर एक बार फिर प्रशासन की लापरवाही से बड़ा हादसा हो गया। विदेशी पर्यटकों से भरी एक मिनी बस खुले नाले में गिर गई, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।
घटना दोपहर लगभग 2:00 बजे की है, जब मंडावा की ओर जा रही पर्यटक बस पुराने सिनेमा हॉल से कुछ दूरी पर भरे हुए गंदे पानी के बीच अनजाने में नाले में समा गई। गाड़ी में सवार सभी विदेशी यात्री लगभग दो घंटे तक जान बचाने की कोशिश करते रहे, लेकिन स्थानीय प्रशासन का कोई भी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मार्ग पर पिछले तीन दिनों से गहरे पानी का भराव है। यहां लाखों रुपये की लागत से बनाया गया डैम कई दिनों से बंद पड़ा है, और उसकी सभी मोटरें खराब हो चुकी हैं, जिसके चलते बारिश का पानी लगातार जमा हो रहा है।
मार्ग के दोनों ओर नाला खुला है और कई चेंबरों के ढक्कन भी गायब हैं, जिससे आए दिन वाहन हादसे का शिकार हो रहे हैं। शुक्रवार रात को भी चार वाहन नाले में गिर चुके थे।
युवाओं ने बताया:
“प्रशासन ने न तो सावधान करने के लिए बोर्ड लगाए हैं और न ही बैरिकेड्स लगाए हैं। इससे राहगीरों को अंदाजा नहीं लगता कि कहां रास्ता है और कहां नाला।”
घटना के दौरान नगर परिषद या तहसील प्रशासन को सूचना देने के बावजूद कोई मदद नहीं मिली। अंततः एक निजी क्रेन को 4000 रुपये देकर बुलवाया गया, जिसने बस को बाहर निकाला।
प्रशासन की चुप्पी और स्थानीय लोगों की मदद से बस को निकालना इस बात की पुष्टि करता है कि कस्बे में जलभराव और सड़कों की हालत बदतर हो चुकी है।