सीकर, राजकीय विद्यालयों में सुविधाएं बढ़ने, पढ़ाई में गुणवत्ता सुधार और सरकारी प्रयासों के चलते इस बार सीकर जिले में 1 लाख 73 हजार 793 छात्र-छात्राओं ने राजकीय स्कूलों में नामांकन लिया है।
प्रदेश में रिकॉर्ड 12.27 लाख नामांकन
राज्यभर में इस वर्ष प्रवेशोत्सव के दौरान 12 लाख 27 हजार विद्यार्थियों ने राजकीय विद्यालयों में नामांकन लिया है। यह संख्या पिछले साल के मुकाबले दोगुना से भी अधिक है।
“बीते वर्ष 5.97 लाख विद्यार्थियों का नामांकन हुआ था, जो इस बार 12 लाख पार कर गया है।” — शिक्षा विभाग
सीकर में 1.73 लाख बच्चों ने लिया दाखिला
सीकर जिले की बात करें तो यहां अब तक 1,73,793 विद्यार्थियों का नामांकन हो चुका है। यह आंकड़ा राज्य के प्रमुख जिलों में सीकर को ऊंचे पायदान पर खड़ा करता है।
परख सर्वे ने दिखाया राज्य का दम
हाल ही में जारी परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 में राजस्थान के बच्चों का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से बेहतर रहा है।
- कक्षा 3 के हिंदी ज्ञान में राज्य का औसत 70% रहा (राष्ट्रीय औसत: 64%)
- गणित में राजस्थान: 66%, राष्ट्रीय औसत: 60%
- ग्रामीण क्षेत्रों और बालिकाओं ने शहरी बच्चों से बेहतर प्रदर्शन किया
“सर्वे ने साबित किया कि हमारी सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता लगातार बढ़ रही है।” — शिक्षा अधिकारी
स्मार्ट क्लास और ICT लैब ने बढ़ाया आकर्षण
राजकीय स्कूलों में स्मार्ट क्लास, आईसीटी लैब, पुस्तकालय जैसी आधुनिक सुविधाएं मिलने से अभिभावकों का भरोसा बढ़ा है। यही कारण है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है।
टॉप-5 जिले: नामांकन में अव्वल
राज्य में सर्वाधिक नामांकन वाले जिलों में ये नाम शामिल हैं:
- उदयपुर: 57,596
- भीलवाड़ा: 56,285
- जयपुर: 53,530
- बांसवाड़ा: 52,958
- बाड़मेर: 51,225
“लड़कियों के नामांकन में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस बार छात्राएं – 5,95,215 और छात्र – 6,06,664 रहे।”