राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज हुआ रास्ता, विवादों से मिली राहत
सीकर, उपखण्ड लक्ष्मणगढ़ में आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर के फॉलोअप शिविर के दौरान खातेदारों की बड़ी समस्या का समाधान हुआ। मौके पर बने रास्ते का राजस्व रिकॉर्ड में अंकन नहीं होने से उत्पन्न विवादों को लेकर रास्ता प्रस्ताव तैयार किया गया, जिससे ग्रामीणों को राहत मिली है।
खातेदार ने रखी समस्या
उपखण्ड अधिकारी मोहर सिंह मीना ने बताया कि भू-अभिलेख निरीक्षक वृत मुख्यालय रहनावा पर आयोजित शिविर में ग्राम भागू मीण का बास निवासी खातेदार हरदयाल सिंह पुत्र उदाराम (जाति जाट) उपस्थित हुए।
उन्होंने बताया कि उनके खाता संख्या 125, खसरा संख्या 369/41, रकबा 0.04 (बारानी भूमि) पर बना रास्ता राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है।
रास्ता दर्ज न होने से हो रही थीं परेशानियां
खातेदार ने बताया कि रिकॉर्ड में रास्ता अंकित न होने से—
- आए दिन विवाद की स्थिति बनती थी
- ग्रेवल और सड़कीकरण जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था
मौके पर जांच, शिविर में ही तैयार हुआ प्रस्ताव
प्रार्थना पर शिविर प्रभारी ने मौके पर रास्ते की जांच कर—
- भू-अभिलेख निरीक्षक रहनावा
- पटवार हल्का रहनावा
को रास्ता प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
जांच के उपरांत शिविर के दौरान ही हल्का पटवारी द्वारा रास्ता प्रस्ताव तैयार कर लिया गया।
खातेदारों ने जताया आभार
रास्ता प्रस्ताव बनने पर खातेदारों ने कहा कि यदि फॉलोअप ग्रामीण सेवा शिविर का आयोजन नहीं होता, तो उन्हें लंबी न्यायिक प्रक्रिया से गुजरना पड़ता।
उन्होंने प्रशासन और शिविर में मौजूद अधिकारियों-कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया।
ग्रामीण सेवा शिविर साबित हो रहे प्रभावी
शिविर में मौजूद अन्य खातेदारों और प्रार्थियों ने भी बताया कि ऐसे शिविरों से स्थानीय समस्याओं का त्वरित समाधान हो रहा है और ग्रामीणों को सीधे लाभ मिल रहा है।