सीकर, जिले में जल संरक्षण प्रयासों की समीक्षा हेतु जल शक्ति अभियान के अंतर्गत शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने की।
केंद्र और राज्य अधिकारियों की भागीदारी
बैठक में भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के संयुक्त शासन सचिव डी. साईबाबा और केन्द्रीय भूजल बोर्ड के सहायक भूजल वैज्ञानिक इरफान अली विशेष रूप से मौजूद रहे। साथ ही, जिला परिषद के सीईओ राजपाल यादव, डीएफओ गुलजारीलाल जाट, वाटरशेड विभाग के अधीक्षण अभियंता रमेश मीणा, कृषि विभाग की संयुक्त निदेशक प्रिया झाझड़िया सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
समीक्षा के मुख्य बिंदु
संयुक्त सचिव डी. साईबाबा ने जिले में चल रहे विभिन्न जल संरक्षण कार्यक्रमों की प्रगति की गहन समीक्षा की, जिनमें शामिल थे:
- वाटर रिचार्ज और रेन वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर
- ट्रीटेड वेस्ट वाटर का पुनः उपयोग
- वन विभाग के कैंपा फंड द्वारा जल संरक्षण कार्य
- मनरेगा, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान की प्रगति
- पीजोमीटर की स्थिति और ग्राउंड वॉटर लेवल
- कैच द रेन और वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान
- कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान की रिपोर्टिंग
उन्होंने सभी संबंधित विभागों को समयबद्ध कार्यवाही और अंतरविभागीय समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर का संदेश
जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने कहा:
“जल संकट से निपटने के लिए हर विभाग को साझा जिम्मेदारी के साथ तत्परता से कार्य करना होगा। जल शक्ति अभियान का उद्देश्य स्थायी जल संसाधन प्रबंधन को मजबूत बनाना है।”