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खाटू श्यामजी कॉरिडोर विकास कार्यों की समीक्षा बैठक जयपुर में आयोजित

Deputy CM Diya Kumari reviews Khatu Shyamji Corridor project in Jaipur

सीकर, जयपुर स्थित पर्यटन भवन में मंगलवार को स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत श्री खाटू श्यामजी कॉरिडोर (सीकर) के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने की।

उन्होंने कहा कि श्री खाटू श्यामजी राजस्थान की धार्मिक नगरी है, जहां हर साल सर्वाधिक पर्यटकों का आगमन होता है। यह राज्य के लिए गर्व का विषय होने के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी है। सरकार का लक्ष्य है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को आधुनिक, सुगम और यादगार अनुभव मिले।


स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत चल रहे कार्य

बैठक में भारत सरकार की स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत पर्यटन विभाग द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई।
इस दौरान यातायात व्यवस्था, पार्किंग, और अतिक्रमण जैसी समस्याओं पर विशेष चर्चा हुई।


सुझावों पर आधारित विकास

दिया कुमारी ने कहा कि दर्शनार्थियों, स्थानीय निवासियों और जनप्रतिनिधियों के सुझावों को शामिल करके ही विकास कार्य अधिक प्रभावी बनाए जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि यातायात और पार्किंग व्यवस्था सुधारने, सड़कों के निर्माण और प्रवेश-निकास मार्गों से अतिक्रमण हटाने के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स को शामिल कर एक कमेटी गठित की गई है।


उप मुख्यमंत्री का बयान

“श्री खाटू श्यामजी में सुविधाओं का विस्तार केवल सरकारी योजना नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं की सुविधा से जुड़ा दायित्व है। विकास कार्यों में स्थानीय सुझावों का समावेश ज़रूरी है।”
दिया कुमारी, उप मुख्यमंत्री, राजस्थान सरकार


बजट में होगा प्रावधान

उप मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि कमेटी की अनुशंसाओं के आधार पर विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।
इन कार्यों के लिए राज्य सरकार के आगामी बजट में भी आवश्यकतानुसार विशेष प्रावधान किया जा सकता है।


बैठक में रहे उपस्थित अधिकारी

बैठक में प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव, अतिरिक्त जिला कलेक्टर भावना शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार सांखला, उपखंड अधिकारी मोनिका सामौर, एएसपी दीपक गर्ग, श्री श्याम मंदिर कमेटी अध्यक्ष पृथ्वी सिंह चौहान सहित कई विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।


निष्कर्ष

खाटू श्यामजी कॉरिडोर विकास प्रोजेक्ट से न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय निवासियों को भी आधुनिक सुविधाओं का लाभ मिलेगा। यह परियोजना सीकर जिले के पर्यटन विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।