जेठवा का बास क्षेत्र में शिकार के बाद ग्रामीणों में डर, वन विभाग की निगरानी तेज
सीकर जिले के फतेहपुर कस्बे में लेपर्ड की मौजूदगी से ग्रामीणों में भय का माहौल बन गया है। कस्बे के जेठवा का बास क्षेत्र में एक बछड़े का शिकार होने के बाद वन विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है।
पदचिह्नों से लेपर्ड की पुष्टि
क्षेत्रीय वन अधिकारी नरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि जेठवा का बास गांव के एक किसान ने सुबह सूचना दी थी कि किसी अज्ञात जानवर ने उसके बछड़े का शिकार कर लिया है।
मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम को घटनास्थल के आसपास लेपर्ड के स्पष्ट पदचिह्न मिले, जिससे शिकार की पुष्टि हुई।
शेखावाटी में एक सप्ताह से लेपर्ड का मूवमेंट
वन विभाग के अनुसार, सीकर, चूरू जिलों के कई इलाकों में पिछले एक सप्ताह से लेपर्ड की आवाजाही देखी जा रही है।
करीब 10 दिन पहले बिकमसरा गांव (फतेहपुर) के आसपास इसका मूवमेंट दर्ज हुआ था, जिसके बाद यह चूरू की ओर बढ़ गया।
चूरू में युवक पर हमला, फिर फतेहपुर वापसी
पांच दिन पहले चूरू जिले में एक युवक पर लेपर्ड ने हमला भी किया था। इसके बाद दो दिन पूर्व लेपर्ड पुनः फतेहपुर क्षेत्र में लौट आया।
पिंजरा लगाया गया, सुरक्षा के प्रयास तेज
पिछले तीन दिनों से जेठवा का बास, चुवास और फतेहपुर बीहड़ क्षेत्र में लेपर्ड के पदचिह्न और मूवमेंट देखे जा रहे हैं।
ग्रामीणों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने पिंजरा लगाकर लेपर्ड को पकड़ने का अभियान शुरू कर दिया है।
ग्रामीणों से अपील
वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि
- रात में अकेले बाहर न निकलें
- बच्चों और पशुओं पर विशेष निगरानी रखें
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें