सीकर शहर के 50 गांवों को जोड़ा गया मास्टर प्लान में
सीकर, नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने बुधवार को सीकर नगर परिषद सभागार में मास्टर प्लान 2041 का प्रकाशन किया। इस अवसर पर मास्टर प्लान आधारित प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया, जो एक महीने तक आमजन के लिए खुली रहेगी।
जन सहयोग से तैयार होगा अंतिम प्रारूप
राज्य मंत्री खर्रा ने बताया कि आमजन से जनहित आधारित आपत्तियां मांगी गई हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल सार्वजनिक हित की आपत्तियों पर ही विचार किया जाएगा। मंत्री ने कहा, “व्यक्तिगत लाभ के लिए की गई आपत्तियां अस्वीकार की जाएंगी।”
चेक वितरित, योजनाओं पर चर्चा
मंत्री खर्रा ने मुख्यमंत्री स्वनिधि योजना के तहत पांच लाभार्थियों को 10-10 हजार रुपये के चेक वितरित किए। कार्यक्रम में मास्टर प्लान के मानचित्रों की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।
जिला कलेक्टर ने दी मास्टर प्लान की जानकारी
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने बताया कि मास्टर प्लान में रिंग रोड, ग्रीन एरिया, बस स्टैंड, कॉलेज, स्कूल आदि की व्यवस्थाएं यथावत रखी गई हैं। मास्टर प्लान में ढाका की ढाणी, शिवसिंहपुरा, दूल्हा की ढाणी, गोकुलपुरा, दूजोद, बालाजी नगर सहित 50 गांवों को जोड़ा गया है।
धोद विधायक व अन्य नेताओं की राय
विधायक गोवर्धन वर्मा ने कहा कि “सीकर तेज़ी से बढ़ रहा शहर है, ऐसे में विकास के लिए प्लानिंग अनिवार्य है।” उन्होंने सिंधु घाटी सभ्यता और जयपुर नगर का उदाहरण देते हुए नियोजित विकास के महत्व को रेखांकित किया।
मंत्री का दृष्टिकोण: नियोजित विकास ही समाधान
मंत्री खर्रा ने कहा, “अनियोजित बस्तियों की समस्याएं दूर करने के लिए हमें दीर्घकालिक सोच के साथ मास्टर प्लान जैसे दस्तावेजों पर अमल करना होगा।” उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने हमेशा व्यापक जनहित को प्राथमिकता दी है।
जन सहयोग से बनेगा विकसित सीकर
कार्यक्रम में पूर्व सांसद स्वामी सुमेधानंद, पूर्व विधायक रतनलाल जलधारी, भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज बाटड़, एडीएम रतन कुमार, यूआईटी सचिव जेपी गौड़, नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी व आमजन उपस्थित रहे।