कम तेल, ज्यादा सेहत पर केंद्रित हुआ अक्टूबर का अभियान
सीकर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के निर्देश में चल रहे निरामय राजस्थान अभियान की अक्टूबर माह की थीम है – कम तेल, ज्यादा सेहत।
इस पहल का उद्देश्य आमजन को अधिक तेल, फास्ट फूड और प्रोसेस्ड मिठाइयों के हानिकारक प्रभावों से अवगत कराना है।
बच्चों को दें सेहत से भरपूर विकल्प
मिशन निदेशक डॉ अमित यादव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में सभी ज़िलों को निर्देश दिए कि इस दिवाली, बच्चों को टॉफी या बाहर की मिठाई देने की बजाय, घर में बने बाजरा, मक्का व अन्य अनाज से बनी हेल्दी कुकीज़ या स्नैक्स दें।
“पहले घर की बनी चीज़ें खाने से बच्चे स्वस्थ रहते थे, हमें इस परंपरा को फिर से अपनाना होगा।”
— डॉ अमित यादव, मिशन निदेशक
फास्ट फूड और तेल से होने वाली बीमारियों पर फोकस
जनता को बताया जाएगा कि ज्यादा तेल, वसा युक्त खाद्य पदार्थ से मोटापा, हृदय रोग, मधुमेह जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं।
साथ ही जागरूक किया जाएगा कि एक व्यक्ति को प्रतिदिन 25–30 ग्राम तेल (5–6 चम्मच) ही पर्याप्त होता है।
स्वस्थ विकल्प: सरसों, सूरजमुखी, जैतून, अलसी, मूंगफली, एवाकाडो जैसे असंतृप्त वसा युक्त तेल को खाने में प्राथमिकता दें।
स्कूलों, पंचायतों और ओपीडी में होंगी चर्चा
- विद्यालय, कॉलेज, कोचिंग संस्थानों में युवाओं और किशोरियों को संतुलित आहार अपनाने को लेकर प्रेरित किया जाएगा।
- ग्राम सभाएं, महिला आरोग्य समितियां, व अन्य स्थानीय संस्थाएं इस अभियान में भाग लेंगी।
- ओपीडी में आने वाले मरीजों को संतुलित भोजन, कम तेल और घरेलू भोजन के फायदे बताए जाएंगे।
राज्य स्तरीय सहभागिता
इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. रौमेल सिंह, सीकर से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक महरिया, डीपीएम प्रकाश गहलोत, डीपीसी कमल गहलोत, सभी बीसीएमओ, सीएचओ, और एएनएम मौजूद रहे।