घर बैठे गंभीर रोगियों को राहत
सीकर जिले में अब गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों का इलाज घर पर ही किया जा रहा है। वे मरीज जो अस्पताल तक नहीं जा सकते, उनके लिए स्वास्थ्य विभाग ने मरू प्रकाश पैलिएटिव केयर वाहिनी शुरू की है। बुधवार को चिकित्सा विभाग की टीम कई मरीजों के घर पहुंची और उन्हें फॉलोअप उपचार दिया।
मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री की पहल
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक महरिया ने बताया कि यह पहल मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर और प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ के निर्देशन में शुरू हुई है। इसके जरिए उन मरीजों तक डॉक्टर और नर्सिंग स्टॉफ पहुंच रहे हैं, जो शारीरिक या आर्थिक कारणों से अस्पताल नहीं जा पाते।
किन रोगों के लिए है सुविधा?
डॉ. महरिया के अनुसार इस सेवा के तहत कैंसर, हृदय रोग, स्ट्रोक, गुर्दे की बीमारी, एड्स और दीर्घकालिक श्वसन रोग जैसे असाध्य रोगों से पीड़ित मरीजों को घर-घर उपचार दिया जाएगा। टीम को विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है ताकि आपात स्थिति में तुरंत सहायता मिल सके।
मरीजों और परिवार को मानसिक सहारा
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. निर्मल सिंह ने बताया कि इस वाहिनी के माध्यम से न सिर्फ उपचार बल्कि मानसिक शिक्षा, काउंसलिंग, राइस ट्यूब व कैथेटर बदलना और मरीज को अस्पताल में शिफ्ट करना जैसे कार्य भी किए जाएंगे। उन्होंने कहा –
“बिस्तर पकड़ चुके मरीजों को क्वालिटी ऑफ लाइफ देने के लिए हमारी टीमें लगातार घर जाकर उपचार कर रही हैं।”
मरीजों तक पहुंची टीम
बुधवार को टीम में शामिल डॉ. विनोद कुमार, नगेन्द्र कुमार और संजय मिश्रा ने चांदा की ढाणी राजपुरा की ब्रस्ट कैंसर पीड़ित कृष्णा देवी का फॉलोअप किया, जिनका इलाज बीकानेर में चल रहा है। इसी तरह श्यामगढ़ निवासी 75 वर्षीय लकवा ग्रस्त सरदाराराम को भी घर जाकर राहत दी गई।