25 वर्षों में पीएमजीएसवाई ने सीकर के गांवों को दी विकास की नई राह
पीएमजीएसवाई के 25 वर्ष पूरे
ग्रामीण भारत को पक्की और सर्व मौसम सड़कों से जोड़ने के उद्देश्य से
25 दिसंबर 2000 को शुरू की गई
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) ने अपने 25 वर्ष पूरे कर लिए हैं।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य
ग्रामीण क्षेत्रों को मुख्य सड़कों, राज्य राजमार्गों और राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़कर
उन्हें विकास की मुख्यधारा में शामिल करना रहा है।
ग्रामीण आवागमन हुआ सुगम
अधीक्षण अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग, सीकर – जे.पी. यादव ने बताया कि
पीएमजीएसवाई के माध्यम से
ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन सुगम हुआ है।
इससे
- शिक्षा
- चिकित्सा सेवाएं
- बाजार और रोजगार
जैसी बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच मजबूत हुई है।
पीएमजीएसवाई फेज-1 की उपलब्धियां
सीकर जिले में पीएमजीएसवाई फेज-1 के अंतर्गत
- 734 गांवों व ढाणियों को जोड़ने के लिए
- 499 सड़कों की स्वीकृति दी गई
जिसमें
- 452 नवीन सड़कों का निर्माण
- कुल लंबाई 1317.71 किलोमीटर
- लागत 242.98 करोड़ रुपये
से किया गया।
इसके साथ ही
- 47 सड़कों का
- 505.33 किमी लंबाई में
- सुदृढ़ीकरण और चौड़ाईकरण
- 116.26 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया।
फेज-2 और फेज-3 में भी तेज विकास
पीएमजीएसवाई फेज-2 में
- 11 सड़कों का
- 111.89 किमी लंबाई में
- 58.14 करोड़ रुपये की लागत से
सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ाईकरण किया गया।
फेज-3 में
- 31 सड़कों का कार्य
- 325.98 किमी लंबाई में
- 205.17 करोड़ रुपये की लागत से
पूरा किया गया।
पीएमजीएसवाई फेज-4 को मंजूरी
वर्तमान में सरकार द्वारा
पीएमजीएसवाई के चौथे चरण को मंजूरी दी गई है।
इसके तहत सीकर जिले में
- 250 से अधिक आबादी वाली
- 08 बसावटों और ढाणियों को
- पक्की सड़कों से जोड़ने की योजना है।
इस चरण में
- 21.65 किमी लंबाई की
- 08 सड़कों का निर्माण
- 732.40 लाख रुपये की लागत से
किया जाना प्रस्तावित है।
गांवों के विकास को मिला बल
पीएमजीएसवाई से
सीकर जिले के गांवों में
सामाजिक और आर्थिक विकास को गति मिली है।
अब ग्रामीणों को हर मौसम में
सुरक्षित और तेज आवागमन की सुविधा मिल रही है।