सीकर। अखेपुरा गांव में बिजली लाइन परियोजना के मुआवजे को लेकर शनिवार
किसानों का विरोध अचानक उग्र हो गया।
गांव के तीन किसान ऊंचे बिजली टावरों पर चढ़ गए और घोषणा कर दी कि
जब तक उन्हें उचित और पूरा मुआवजा राशि नहीं दी जाती, वे नीचे नहीं उतरेंगे।
ग्रामीणों की भीड़ और अफरा-तफरी
किसानों के टावर पर चढ़ते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई।
देखते ही देखते बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।
किसानों का कहना है कि—
- उनके खेतों में बिजली टावर लगाए गए,
- लेकिन अब तक मुआवजा राशि नहीं दी गई,
- विभाग ने शिकायतों की अनदेखी और मनमानी की है।
किसान बोले—पहले खातों में राशि डालो, फिर उतरेंगे
किसानों ने साफ कहा कि—
“जब तक बैंक खाते में पूरा मुआवजा नहीं डाल दिया जाता, हम नीचे नहीं उतरेंगे।”
उनका आरोप है कि विभाग केवल आश्वासन देता है,
लेकिन जमीन पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
प्रशासन व कंपनी के अधिकारियों की समझाइश जारी
सूचना मिलते ही
- प्रशासनिक अधिकारी
- पुलिस टीम
- और बिजली कंपनी के अधिकारी
मौके पर पहुंचे।
अधिकारियों ने किसानों को समझाने की कोशिश की,
लेकिन किसान तत्काल भुगतान की मांग पर अड़े रहे।
अधिकारी लिखित आश्वासन देने को तैयार थे,
लेकिन किसानों ने इसे अस्वीकार कर दिया।
किसानों ने दी चेतावनी—“विरोध और भी उग्र होगा”
किसानों ने कहा कि यदि मुआवजा समस्या जल्द नहीं सुलझी,
तो यह विरोध और व्यापक रूप लेगा।
फिलहाल प्रशासन स्थिति संभालने और
किसानों को सुरक्षित नीचे उतारने के प्रयास में जुटा है।