सीकर, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार की निदेशक (ग्रामीण आजीविका) राजेश्वरी एस. एम. ने सीकर जिले के विभिन्न गांवों का दौरा कर राजीविका योजनाओं की जमीनी प्रगति का अवलोकन किया।
महिला समूहों से सीधा संवाद
निदेशक ने श्रीमाधोपुर ब्लॉक के लिसाड़िया गांव में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत की। उन्होंने अग्रणी भूमिकाएं निभा रहीं “कृषि सखी”, “पशु सखी” और अन्य कैडर की सराहना करते हुए कहा कि इन प्रयासों से गांवों में आत्मनिर्भरता बढ़ रही है।
उन्होंने मानदेय वितरण और महिलाओं की भागीदारी पर भी चर्चा की और महिलाओं को योजनाओं की जानकारी पूर्ण रूप से समझने की सलाह दी।
अन्नपूर्णा रसोई में दी स्वच्छता की सीख
मऊ गांव में संचालित “श्री अन्नपूर्णा रसोई” में उन्होंने काम कर रही महिलाओं से बात की और उन्हें स्वच्छता, हाइजीन व रसोई प्रबंधन पर मार्गदर्शन दिया।
उन्होंने रसोई को लोकप्रिय बनाने के लिए ब्रांडिंग व प्रमोशन के नए तरीकों पर भी सुझाव दिए।
महिला उद्यमियों से प्रेरक बातचीत
दांतारामगढ़ ब्लॉक के हनुमानपुरा गांव में महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे अचार, पापड़ जैसे उत्पादों को देख उन्होंने PMFME योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता व सब्सिडी की जानकारी साझा की।
महिलाओं ने इस मुलाकात को अत्यंत प्रेरणादायक बताया।
आध्यात्मिक दर्शन व स्थानीय सम्मान
अपने दौरे के दौरान उन्होंने बाबा खाटूश्यामजी के दर्शन भी किए, जहां मेला कमेटी द्वारा उनका सम्मान किया गया। उन्होंने राजस्थान की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक विरासत की प्रशंसा की।
प्रशासनिक टीम रही साथ
इस अवसर पर राजीविका सीकर टीम से
- जिला परियोजना प्रबंधक अर्चना मौर्या
- जिला प्रबंधक अनुराग स्वामी
- यंग प्रोफेशनल (नॉन फार्म) विजय खिजुरिया
- ब्लॉक परियोजना प्रबंधक हंसराज
सहित संबंधित स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मौजूद रहीं।
महिलाओं ने कहा कि यह संवाद उनके आत्मबल को बढ़ाता है और वे अपने कार्यों का विस्तार करने हेतु प्रेरित हुई हैं।