सीकर,राज्य के चिकित्सा समुदाय को झकझोर देने वाली घटना में डॉ. रवि शर्मा की आरएनटी मेडिकल कॉलेज हॉस्टल में करंट लगने से दुखद मौत हो गई।
चिकित्सा क्षेत्र में गहरा आक्रोश तब और बढ़ गया जब कॉलेज प्रशासन ने इस दुखांतिका को करंट से हुई मृत्यु मानने के बजाय दूसरे कारणों से जोड़ने का प्रयास किया।
जर्जर हॉस्टल और लापरवाही बनी मौत की वजह
चिकित्सकों का कहना है कि मेडिकल कॉलेजों के हॉस्टल्स की बदहाल स्थिति किसी से छुपी नहीं है।
“झूलते बिजली के तार, गंदे शौचालय, टूटी खिड़कियां और गिरता प्लास्टर – ये नजारा हर मेडिकल हॉस्टल में आम है,”
— डॉ. अजय चौधरी, अध्यक्ष, अरिस्दा
प्रशासन के रवैये से और भड़का मामला
डॉ. रवि शर्मा की मृत्यु को लेकर कॉलेज प्रशासन की असंवेदनशीलता पर कड़ा विरोध जताया गया है।
सेवारत डॉक्टरों का कहना है कि यह रवैया आपराधिक लापरवाही की श्रेणी में आता है और इस पर उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
सेवारत चिकित्सकों का विरोध प्रदर्शन
राजस्थान के सभी सेवारत चिकित्सक:
- 23 जून से काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे
- 24 जून को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे
- ज्ञापन जिला कलेक्टर व उपखंड अधिकारियों के माध्यम से दिया जाएगा
चार सूत्रीय मांगें
- दोषियों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज कर निलंबन
- परिजनों को मुआवजा राशि का तत्काल भुगतान
- परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी
- हॉस्टल समस्याओं के समाधान हेतु उच्चस्तरीय समिति का गठन
आंदोलन हो सकता है और व्यापक
डॉ. अजय चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो अरिस्दा कोर कमेटी और ज़िला संघ आंदोलन को प्रदेशव्यापी रूप देंगे।