अजीतगढ़/विमल इंदौरिया। श्रीमाधोपुर तहसील प्रशासन की सक्रियता से मंगलवार को रुपपुरा-झाड़ली कांकड़ मार्ग को तीन वर्ष बाद अतिक्रमण मुक्त कर यातायात के लिए सुचारू कर दिया गया।
जेसीबी से हटाया गया अतिक्रमण
तहसीलदार जगदीश प्रसाद बैरवा ने बताया कि यह 1.5 किलोमीटर लंबा रास्ता ढाणी मालियान, ढाणी गुर्जरान व ढाणी अहीरान की ओर जाता है।
करीब 17 वर्ष पहले काश्तकारों ने आपसी सहमति से यह रास्ता खोला था, लेकिन तीन वर्ष पूर्व दो पक्षों के विवाद के चलते यह बंद हो गया था।
राजस्व न्यायालय में चल रहे थे वाद
रास्ते को लेकर दोनों पक्षों ने राजस्व न्यायालयों में वाद दायर कर रखे थे।
उपखंड अधिकारी श्रीमाधोपुर के आदेशानुसार, तहसीलदार जगदीश प्रसाद बैरवा, पटवारी कमलेश यादव (हल्का झाड़ली) और प्रकाश बबेरवाल (हल्का करडका) मौके पर पहुंचे।
उन्होंने दोनों पक्षों की समझाइश कर 14 फीट चौड़ा रास्ता जेसीबी मशीन से अतिक्रमण मुक्त कराया।
दोनों पक्षों की सहमति से हुआ समाधान
प्रशासन की समझाइश पर दोनों पक्षों ने न केवल रास्ते को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कराने की सहमति दी, बल्कि राजस्व न्यायालयों में लंबित वादों को वापस लेने (Withdraw) का भी सहमति पत्र सौंपा।
ग्रामीणों में खुशी की लहर
लगभग 150 परिवारों के लिए यह मार्ग पुनः खुलने से ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई।
ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “प्रशासनिक पहल से वर्षों पुरानी समस्या का समाधान हुआ है।”