दांतारामगढ़ (सीकर), विश्व डाक दिवस के अवसर पर घाटवा ग्राम (जिला डीडवाना-कुचामन, सीकर) के सैनी परिवार की चार पीढ़ियों द्वारा डाक विभाग को दी गई सेवा को लेकर सम्मान की मांग उठी है।
चार पीढ़ियां, एक समर्पण
जानकारी के अनुसार, इस परिवार की सेवा यात्रा स्वतंत्रता से पहले शुरू हुई थी:
- मानाराम सैनी: आजादी से पहले डाक वाहक के रूप में कार्यरत रहे।
- स्व. सुरजाराम सैनी: डाक वितरक पद पर कार्य करते हुए सेवानिवृत्त हुए।
- स्व. सुवालाल सैनी: पोस्ट मास्टर के पद से सेवानिवृत्त।
- राजेंद्र प्रसाद व रामनिवास सैनी: वर्तमान में डाक निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं।
ग्रामीणों ने उठाई सम्मान की मांग
ग्रामवासियों सहित सामाजिक कार्यकर्ता रमेश पारीक ने कहा कि:
“डाक विभाग को विश्व डाक दिवस के मौके पर सैनी परिवार की लंबी और ईमानदार सेवा को सम्मानित करना चाहिए।“
उन्होंने सुझाव दिया कि इस परिवार के सम्मान में ‘डाक सेवक परिवार’ स्मृति पुरस्कार आरंभ किया जाए, जो हर साल उत्कृष्ट डाक कर्मचारी को दिया जाए।
सामाजिक प्रेरणा का उदाहरण
घाटवा गांव का यह परिवार निष्ठा, सेवा और पीढ़ियों की निरंतरता का एक बेहतरीन उदाहरण है, जिससे नई पीढ़ियों को सरकारी सेवा में समर्पण का संदेश मिलता है।
निष्कर्ष
विश्व डाक दिवस के मौके पर सैनी परिवार की चार पीढ़ियों की सेवा को न सिर्फ पहचान मिलनी चाहिए, बल्कि यह राज्य स्तर पर प्रेरणास्रोत बन सकता है।