सीकर, ग्राम पंचायत डूडवा में राज्य सरकार द्वारा आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर 2025 के दौरान शामलाती खातेदारी की जटिल समस्या का तुरंत समाधान कर दिया गया।
उपखंड अधिकारी लक्ष्मणगढ़ मोहर सिंह मीना ने जानकारी दी कि
ग्रामवासियों — नेमीचंद, भगवंत, रणजीत, किसरी पारीक, भंवरी देवी पारीक, संतोष देवी आदि ने 5.23 हेक्टेयर भूमि (खसरा संख्या 157 से 161 तक) के आपसी सहमति से खातेदारी विभाजन की मांग की थी।
शिकायत की प्रमुख वजहें
ग्रामीणों ने बताया कि शामलाती खातेदारी के चलते उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था:
- जमाबंदी नकल निकालने में समय व खर्च ज्यादा आता था।
- फसल बीमा योजना में मुआवजा सब खातेदारों में बंटता, जिससे असली किसान को नुकसान होता।
मौके पर ही हुआ समाधान
पटवारी हल्का डूडवा और भू-अभिलेख निरीक्षक रहनावा ने शिविर के दौरान मौके पर पहुंचकर:
- समस्त खातेदारों की सहमति से प्रस्ताव तैयार किया
- भूमि का आपसी सहमति से विभाजन किया गया
ग्रामीणों ने प्रशासन का धन्यवाद देते हुए कहा कि
“अगर यह सेवा शिविर न होता, तो हमें महीनों चक्कर काटने पड़ते।”
राज्य सरकार की ग्रामीण सेवा शिविर पहल सराहनीय
राजस्थान सरकार द्वारा चलाए जा रहे ग्रामीण सेवा शिविरों के जरिए गांवों की स्थानीय समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा रहा है।
डूडवा शिविर इसका जीवंत उदाहरण है।