सीकर। शारदीय नवरात्रों के शुभ अवसर पर जिले का प्रसिद्ध जीणमाता मंदिर मेला इस बार 22 सितंबर से शुरू होगा। दस दिन तक चलने वाले इस मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
बैठक में बनी कार्ययोजना
तैयारियों को लेकर दांतारामगढ़ एसडीएम मोनिका सामोर की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत गेस्ट हाउस में बैठक हुई। बैठक में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मेले के दौरान कानून व्यवस्था, श्रद्धालुओं की सुविधाओं और प्रतिबंधों पर चर्चा की।
श्रद्धालुओं की सुविधाएं
- मेले में पशु बलि और शराब पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
- डीजे और पॉलीथीन पर पहले से जारी स्थाई प्रतिबंधों की सख्ती से पालना करवाई जाएगी।
- चिकित्सा विभाग द्वारा चार स्थानों पर शिविर लगाए जाएंगे, जहां सभी प्रकार की दवाइयां उपलब्ध होंगी।
- पार्किंग, सफाई, रोशनी और पेयजल की जिम्मेदारी पंचायत ने ली है।
ग्राम पंचायत और पेयजल विभाग की ओर से टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाएगी।
सुरक्षा व्यवस्था
पुलिस उपाधीक्षक कैलाश कंवर ने बताया कि मेले में बड़ी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात रहेगा। वहीं, जीणमाता थानाधिकारी दिलीप सिंह ने सुरक्षा बिंदुओं की जानकारी दी।
प्रशासनिक निर्देश
जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने मेला मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो और सभी विभाग अपनी जिम्मेदारियों को समय पर निभाएं।
स्थानीय सहयोग
सरपंच सुभाष शेषमा ने भरोसा दिलाया कि पंचायत स्तर की व्यवस्थाएं तय समय पर पूरी हो जाएंगी। बैठक में गिरदावर कमलेश सैनी, ग्राम सेवक सुभाष गोरा, पुजारी प्रतिनिधि और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।