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शेखावाटी फाउंडेशन की नई कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण, खर्रा रहे मुख्य अतिथि

Shekhawati Foundation Sikar executive oath ceremony with ministers

सीकर, शेखावाटी फाउंडेशन शाखा जिला सीकर की नवनियुक्त कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह लोहिया रिसोर्ट, सीकर में गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का संयोजन सुनील अग्रवाल एवं अमन कामदार द्वारा किया गया।


यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने दिलाई शपथ

समारोह के मुख्य अतिथि स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने नवनियुक्त कार्यकारिणी सदस्यों को शपथ दिलाई।
उन्होंने कहा कि

“शेखावाटी के कर्मशील लोगों ने व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में देश-विदेश में अपनी पहचान बनाई है।”


पर्यटन, शिक्षा और निवेश की अपार संभावनाएं

मंत्री खर्रा ने कहा कि धार्मिक पर्यटन और शिक्षा संस्थानों के विस्तार से शेखावाटी के विकास की नई राहें खुली हैं।
उन्होंने ऐतिहासिक हवेलियों को हेरिटेज होटल के रूप में विकसित कर पर्यटन से जोड़ने पर जोर देते हुए कहा कि इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
साथ ही उन्होंने शेखावाटी फाउंडेशन से प्रवासी बंधुओं को क्षेत्र में निवेश हेतु प्रेरित करने का आह्वान किया।


विधायकों ने समाजसेवा और विरासत संरक्षण पर दिया जोर

सीकर विधायक राजेंद्र पारीक ने भामाशाहों और समाजसेवियों को याद करते हुए जमनालाल बजाज एवं राव राजा कल्याण सिंह के जनकल्याणकारी कार्यों का उल्लेख किया और फाउंडेशन से सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया।

खंडेला विधायक सुभाष मील ने कहा कि धार्मिक पर्यटन और हवेलियों की विरासत का संरक्षण मुख्यमंत्री की योजनाओं में शामिल है, जिन्हें फाउंडेशन के सहयोग से आगे बढ़ाया जाएगा।

विधायक गोवर्धन वर्मा ने शेखावाटी फाउंडेशन को एक गैर-राजनीतिक संगठन बताते हुए गरीब, असहाय और जरूरतमंद वर्ग के सहयोग का आह्वान किया।


संगठन की मजबूती पर दिया संदेश

पूर्व विधायक रतनलाल जलधारी ने कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए सदस्यों का समय, सुनियोजित प्रयास और उद्योगपतियों को प्रोत्साहन जरूरी है, जिससे शिक्षा और कृषि क्षेत्र का विस्तार संभव हो सके।


कार्यक्रम का संचालन और उपस्थिति

जिलाध्यक्ष शिवप्रसाद सोनी ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई।
स्वागत भाषण राष्ट्रीय मुख्य संयोजक पशुपति कुमार शर्मा ने दिया, जबकि कार्यक्रम की रूपरेखा प्रदेश महामंत्री राकेश कुमार लाटा ने प्रस्तुत की।
मंच संचालन चन्द्र प्रकाश महर्षि एवं अमन कामदार ने किया।