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शिवभक्ति का सैलाब: फतेहपुर की बुढ़गिरी मढ़ी में सवा करोड़ मंत्र जाप और रुद्राभिषेक

Devotees performing Rudrabhishek and chanting mantras at Budhgiri Madhi temple in Fatehpur during Shravan month religious celebrations

फतेहपुर (सीकर), श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही शेखावाटी अंचल में शिवभक्ति का माहौल चरम पर है। फतेहपुर कस्बे के ऐतिहासिक श्री बुढ़गिरी मढ़ी मंदिर में श्रावण महोत्सव के अंतर्गत चल रहे रुद्राभिषेक और सवा करोड़ पंचाक्षर मंत्र जाप में रोजाना सैकड़ों युवा भाग ले रहे हैं। महंत दिनेश गिरी महाराज के सान्निध्य में यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक चेतना का केंद्र भी बन चुका है।

शिव आराधना के साथ सामाजिक जागरण

मढ़ी परिसर में रोजाना शिव पंचाक्षर मंत्र का जाप हो रहा है, जिसमें युवा पूरे उत्साह और आस्था के साथ हिस्सा ले रहे हैं। महाऋषियों की परंपरा के अनुरूप रुद्राभिषेक, जलाभिषेक, शिव पूजन और हवन जैसे धार्मिक अनुष्ठान नियमित रूप से हो रहे हैं। इसके साथ-साथ महारुद्राभिषेक, सशस्त्र शिव पूजन, नंदी पूजन, महा गो-आरती, महाजागरण, यज्ञ और कीर्तन-सत्संग जैसे आयोजनों से परिसर भक्तिमय बना हुआ है।

पंचाक्षर मंत्र जाप में युवाओं की भागीदारी

श्रावण महोत्सव के दौरान सवा करोड़ पंचाक्षर मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ के जाप का लक्ष्य रखा गया है, जिसे पूरा करने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों युवा अनुशासित तरीके से संकल्प लेकर जाप कर रहे हैं। यह आयोजन युवाओं को नशे की प्रवृत्तियों से दूर रखने और गौ भक्ति, सेवा भावना एवं अध्यात्म की ओर प्रेरित कर रहा है।

कांवड़ यात्रा का उत्साह, लोहार्गल से हरिद्वार तक शिवभक्ति

श्रावण के पावन माह में क्षेत्र के सैकड़ों कांवड़िए धार्मिक तीर्थ स्थलों लोहार्गल, हरिद्वारगंगोत्री से पवित्र जल लाकर शिवालयों में भोलेनाथ का अभिषेक कर रहे हैं। रक्षाबंधन तक यह कांवड़ यात्रा सिलसिला जारी रहेगा। लोहार्गल धाम में विशेष शिवरात्रि व्रत के साथ भक्तों का मेला लग रहा है।

धार्मिकता के साथ नशामुक्ति की प्रेरणा

महंत दिनेश गिरी महाराज ने बताया कि, “यह धार्मिक आयोजन केवल पूजा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह युवाओं को आत्मशक्ति, संयम और सेवा भाव की ओर ले जाता है। बीते वर्षों में हजारों युवाओं ने मढ़ी परिसर में जुड़कर न केवल भक्ति भाव सीखा है, बल्कि नशे से दूरी बना कर एक अनुशासित जीवन की ओर अग्रसर हुए हैं।”


मुख्य आकर्षण

  • सवा करोड़ ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र जाप
  • प्रतिदिन सैकड़ों शिवभक्तों की सहभागिता
  • धार्मिक आयोजनों के माध्यम से युवा पीढ़ी में परिवर्तन
  • लोहार्गल से लेकर हरिद्वार तक कांवड़ यात्रा का उत्साह